मुंबई। अपनी कद काठी के मुताबिक ही हाई-एक्शन फिल्में बनाने वाले जॉन अब्राहम अब फिर तैयार हैं एक और एक्शन धमाके के साथ और इस बार फिल्म का नाम है –अटैक।
जॉन ने इस ख़बर के पुष्टि कर दी है और बताया है कि वो इस फिल्म को एक फ्रेंचाईजी के तौर पर बनाने चाहते हैं। ऐसी फिल्म जो अब तक भारत में कभी नहीं बनी । इस फिल्म के लिए उन्होंने टीम तैयार कर ली है और जल्द ही तैयारी शुरू होगी । जॉन काफ़ी समय से अपनी फिल्म परमाणु –द स्टोरी ऑफ पोखरण को लेकर संघर्ष कर रहे थे । ये फिल्म 25 मई को रिलीज़ हो रही है । उसके बाद जॉन, मिलाप झवेरी की फिल्म सत्यमेव जयते में नज़र आयेंगे, जिसमें मनोज बाजपेई भी हैं । उसके बाद अटैक का काम शुरू होगा । फिल्म अटैक के कहानी को जॉन ने डेवलप कर लिया है और वो ही इस फिल्म में लीड रोल में होंगे । इस फिल्म को जॉन के ही प्रोडक्शन कंपनी बनाएगी । बता दें कि जॉन अब्राहम ने निखिल आडवानी की फिल्म बाटला हाउस भी साइन कर रखी है। ये दिल्ली के बाटला हाउस में हुए एनकाउंटर की कहानी है, जिसको लेकर काफ़ी विवाद भी रहा है ।
जॉन और क्रिअर्ज़ एंटरटेनमेंट के साथ परमाणु को लेकर हुआ विवाद तो सबको पता ही है l हाल ही में जॉन ने एक इंटरव्यू में कहा था “मैं कभी भी इनके साथ काम करने वाला नहीं हूं। इस जन्म में तो क्या अगले जन्म में भी मैं इनके साथ काम करने वाला नहीं हूं”। जॉन कहते हैं इस बार उन्हें इस पूरी घटना से सीख मिली है कि आप फिल्म कैसी भी बनाओ या जिंदगी में भी कैसे भी काम करो, कभी भी ट्रस्ट के बिना आगे नहीं बढ़ना चाहिए और जब आप प्रोफेशनल काम करने जा रहे हैं तो इस बात का पूरा ख्याल रखें कि दोनों पार्टीज में ट्रस्ट होना ही चाहिए। जॉन का मानना है कि इस कहानी पर फिल्म बननी इसलिए भी जरूरी थी कि आधे से ज्यादा भारत आज भी परमाणु का मतलब नहीं जानता। यह भी नहीं जानता कि पोखरण में क्या हुआ था। सिर्फ युवा ही नहीं 30 से 35 साल के लोगों को भी इसकी जानकारी नहीं हैं। जॉन ने आगे बताया कि जब पोखरण टेस्ट 2 हुआ था उस वक्त वो मैनेजमेंट के स्टूडेंट थे और मैनेजमेंट में उनका वह पहला साल था। उन्हें जब परमाणु परीक्षण के बारे में मालूम हुआ तो उन्होंने अटल बिहारी बाजपाई की स्पीच सुनी थी। जॉन का कहना है कि वह उन सारे विषयों पर फिल्म बनाते रहना चाहते हैं, जिन विषयों ने उन्हें निज़ी जिंदगी तौर पर काफी प्रभावित किया है।