बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने विश्वास मत प्रस्ताव पेश कर दिया है। प्रस्ताव पर थोड़ी देर में वोटिंग शुरू होने वाली है। इससे पहले सदन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जनादेश भाजपा के लिए नहीं था।
कांग्रेस के रमेश कुमार बने विधानसभा स्पीकर
कर्नाटक में बहुमत परीक्षण से पहले कांग्रेस और जेडीएस के लिए विधानसभा अध्यक्ष पद का चुनाव अच्छी खबर लेकर आया है। भाजपा के अध्यक्ष पद की रेस से हट जाने से कांग्रेस के रमेश कुमार निर्विरोध विधानसभा के नये अध्यक्ष चुन लिए गए। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येद्दयुरप्पा ने हाथ मिलाकर उन्हें बधाई दी।
हम चाहते थे सर्वसम्मति से हो चुनाव : येद्दयुरप्पा
अध्यक्ष पद की रेस से हटने के फैसले पर येद्दयुरप्पा ने कहा, ‘हमने अध्यक्ष पद के लिए अपने उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया क्योंकि हम चाहते थे कि चुनाव अध्यक्ष पद की गरिमा बनाए रखने के लिए सर्वसम्मति से हो।’
चुनाव से पहले समझा जा रहा था कि ये कर्नाटक के सियासी ड्रामे में एक और बवाल लेकर आएगा, क्योंकि भाजपा ने भी कांग्रेस के खिलाफ अपना उम्मीदवार मैदान में उतार दिया था। हालांकि चुनाव से पहले भाजपा ने इस रेस से खुद को अलग करने का फैसला कर लिया और कांग्रेस के रमेश कुमार विधानसभा के स्पीकर बन गए।बता दें कि इस चुनाव में भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता एस सुरेश कुमार को प्रत्याशी बनाया था।
कौन हैं सुरेश कुमार ?
– सुरेश कुमार बेंगलुरु से पांचवीं बार विधायक बने हैं।
कौन हैं रमेश कुमार?
– कर्नाटक विधानसभा के नये अध्यक्ष
– वे पहले भी 1994-99 तक विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं।
– रमेश कुमार के नामांकन के बाद पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने भाजपा से अपना उम्मीदवार हटा लेने का अनुरोध किया।
19 मई को येद्दयुरप्पा ने दिया था इस्तीफा
19 मई को येद्दयुरप्पा ने विश्वास मत हासिल करने से पहले ही मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कांग्रेस-जदएस गठबंधन के नेता कुमारस्वामी को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया। उन्होंने 23 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी परमेश्वर को गठबंधन सरकार में उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। शेष मंत्रिमंडल का गठन विश्वास मत अर्जित करने के बाद किया जाएगा।
येद्दयुरप्पा के निर्देश पर भरा पर्चा : सुरेश कुमार
सुरेश कुमार ने कहा था कि मैंने कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीएस येद्दयुरप्पा और अन्य नेताओं के निर्देश पर पर्चा भरा है।
कुमारस्वामी को पांच साल देने पर नहीं हुआ फैसला : कांग्रेस
कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के विश्वास मत से पहले ही कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि जदएस के नेतृत्व में पांच साल तक सरकार चलाने पर फैसला नहीं हुआ है। कांग्रेस कोटे से उप मुख्यमंत्री बने जी परमेश्वर ने कहा, पांच साल तक किन शर्तों के साथ कर्नाटक में गठबंधन की सरकार चलेगी, यह अभी तय नहीं हुआ है। साथ ही किस पार्टी को किन विभागों की जिम्मेदारी मिलेगी, यह भी अभी तय नहीं हुआ है। परमेश्वर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हम सारे लाभ-हानि देखकर सरकार चलाने के भविष्य पर विचार करेंगे। इससे पहले कुमारस्वामी 30-30 महीने के सरकार के नेतृत्व के फॉर्मूले को खारिज कर चुके हैं।