हल्द्वानी: नागालैंड के जाकमा में उग्रवादी हमले में शहीद चार कुमाऊं रेजीमेंट के जवान 22 वर्षीय योगेश परगाई पुत्र स्व मोहन चंद्र परगाई का पार्थिव शव शानिवार सुबह हल्द्वानी पहुंचा। शहीद की शव यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा।
शहीद का शव घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया । मां तारी देवी और भाभी योगेश के शव को देखते ही बेसुध हो गई। जिसके बाद रानीबाग चित्रशिला घाट में शव अंतेष्टि को ले जाया गया।
बता दें कि मूल रूप से ओखलकांडा के भद्रकोट निवासी शहीद का परिवार दो साल पहले हल्द्वानी के बिठौरिया नंबर एक बिष्टधड़ा में बसा था। योगेश इन दिनों नागालैंड में तैनात थे।
बुधवार रात पेट्रोलिंग टीम के साथ गश्त पर गए योगेश को कैंप में वापस लौटते वक्त उग्रवादियों ने गोली मार दी। इससे वह शहीद हो गए। कल शाम दिल्ली पहुचने के बाद सुबह सात बजे यूनिट के लोग पार्थिव शव लेकर घर पहुंचे।
शहीद का शव देख परिवार में चीत्कार मच गई। बेशुध मां, बड़े भाइयों को किसी तरह लोगों ने संभाला। घर पहुंचे सभी लोगों की आंखे नम थी। शव यात्रा के रानीबाग पहुंचने पर सैन्य सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई।