नई दिल्ली। अपनी चार दिवसीय यात्रा के तीसरे दिन दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन ने समझौतों का आदान-प्रदान किया। दोनों देशों के बीच 7 एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। द्विपक्षीय वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि इस करार के बाद ‘मेक इंन इंडिया’ के तहत अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
प्रधानमंत्री ने उत्तर कोरिया का नाम लिए बगैर कहा कि कोरियाई प्रायद्वीप में शांति के प्रयास का संपूर्ण श्रेय राष्ट्रपति मून को जाता है। वहां जो सकारात्मक माहौल बना है, वह राष्ट्रपति मून की कोशिशों के कारण संभव हो सका है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भारत इस क्षेत्र में तनाव कम करने में हर संभव मदद करेगा। उन्होंने कहा कि हमने और सहयोग बढ़ाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि टू प्लस टू वार्ता इस दिशा में अहम होगी।
मोदी ने कहा कि दक्षिण कोरिया ने असंभव लक्ष्य पाया है। उन्होंने कहा कि कोरिया की कंपनियों ने न सिर्फ भारत में निवेश किया है, बल्कि वहां के उत्पाद भारत के घर-घर में लोकप्रिय हैं। उन्होंने कहा कि हमने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि हमारे संबंधों में स्वाभाविक एकरूपता है।
इसके पूर्व मून का मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत किया गया। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति अपनी पत्नी किम जुंग सूक के साथ राष्ट्रपति भवन पहुंचे। इस दौरान उनकी अगवानी के लिए राष्ट्रपति भवन में रामनाथ कोविद और उनकी पत्नी सविता कोविद के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहे।
इसके अलावा मून राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि स्थल पर भी जाएंगे। बता दें कि मून एशियाई देशों के साथ संबंध बेहतर बनाने की अपनी कवायद के तहत 11 जुलाई से सिंगापुर की यात्रा पर जाएंगे। दक्षिण कोरिया आसियान अौर भारत के साथ पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
इसके अलावा मून राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि स्थल पर भी जाएंगे। बता दें कि मून एशियाई देशों के साथ संबंध बेहतर बनाने की अपनी कवायद के तहत 11 जुलाई से सिंगापुर की यात्रा पर जाएंगे। दक्षिण कोरिया आसियान अौर भारत के साथ पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
बता दें कि राष्ट्रपति मून अपनी पत्नी के साथ रविवार को भारत की चार दिन की यात्रा पर पहुुंचे हैं। मून रविवार की शाम को स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर गए। मून की यात्रा के दूसरे दिन सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने उनसे मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने श्री मोदी के साथ मेट्रो के सफर का लुत्फ उठाया और मेट्रो में सवार होकर नोएडा गए जहां उन्होंने सैमसंग मोबाइल के विश्व के सबसे बड़े मोबाइल फोन उत्पादन संयंत्र का उद्घाटन किया।
गाैरतलब है कि इस वर्ष कोरिया और भारत के बीच कूटनीतिक संंबंधों की स्थापना के 45 वर्ष पूरे हो रहे हैं। कोरिया में राष्ट्रपति के प्रवक्ता के मुताबिक कोरिया के लिए भारत एक महत्वपूर्ण आर्थिक साझीदार बन गया है और कोरियाई प्रायद्वीप में उसके शांति एवं समृद्धि के प्रयासों में भी भारत की अहम भूमिका है।