हरिद्वार: बसपा नेता और पूर्व विधायक मोहम्मद शहजाद को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपने बेटे की शादी में बुलाना भारी पड़ गया। राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर मोहम्मद शहजाद को बसपा से निष्कासित कर दिया गया है। इसकी घोषणा रविवार को शिवालिक नगर स्थित पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर आयोजित प्रेसवार्ता में की गई।
बता दें कि बीते रोज शनिवार को मोहम्मद शहजाद के बेट की शादी थी। शादी में समारोह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और कैबिनेट मंत्री मैदान कौशिक शामिल हुए। आज प्रदेश महासचिव नत्थू सिंह, प्रदेश महासचिव सतीश कुमार सिंह, सूरजमल, जिलाध्यक्ष राजेश कुमार ने संयुक्त रूप से पत्रकारों से वार्ता में जानकारी दी कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पूर्व विधायक मोहम्मद शहजाद को पार्टी से निष्कासित किया गया है। उन्होंने कहा उन्होंने पार्टी को गुमराह करने का काम किया है। वे भाजपा के संपर्क में रहे हैं।
कहा पूर्व विधायक ने हाल में राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन मायावती से पूर्व की गलतियों की माफी मांगते हुए शामिल हुए थे। पूर्व विधायक को चार साल में तीसरी बार निष्कासित करने के सवाल पर कहा उन्होंने भरोसा तोड़ा है। कहा भाजपा से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उनके सरकार के सहयोगियों को अपने यहां पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत बुलाया। यह पार्टी के साथ विश्वासघात है। वे पार्टी को कमजोर करने का काम कर रहे हैं। इसे नेतृत्व ने गंभीरता से लेकर निष्कासन का कदम उठाने की नौबत आई।
भाजपा विधायक संजय गुप्ता पर हो सकती है कार्रवाई
लक्सर से भाजपा विधायक संजय गुप्ता पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है। गुप्ता ने शनिवार को अपनी ही सरकार के खिलाफ तल्ख टिप्पणी की, भाजपा का प्रांतीय नेतृत्व इसे संज्ञान लेकर उन्हें नोटिस भेज सकता है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के मुताबिक इस गंभीर मामले को लेकर संगठन ने बैठक बुलाई है।
मैंने कोई ऐसा कार्य नहीं किया जो बसपा के हितों के विपरीत हो
बहुजन समाज पार्टी से अपने निष्कासन के सवाल पर पूर्व विधायक मोहम्मद शहजाद ने कहा उन्होंने कोई ऐसा कार्य नहीं किया जो बसपा के हितों के विपरीत हो। वह पिछले महीने 25 तारीख को बसपा में फिर से शामिल हुए थे। इस बीच कौन सा चुनाव हुआ, जिसमें मैंने पार्टी के विपरीत काम किया है। इसे बसपा बताए। अपने बेटे की शादी में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को बुलाने के बारे में उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश के होते हैं। कहा वे सार्वजनिक जीवन में हैं। यहां सबसे संबंध बनते हैं तो मुख्यमंत्री उनके बेटे की शादी में बुलाने पर आए। यह तो सामाजिक दायरे में आता है। कहा जल्द ही वे प्रेसवार्ता कर आरोपों का जवाब देंगे।