देहरादून: मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हो रही है। सूबे में मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। देहरादून समेत अन्य जिलें में रुक रुककर बारिश हो रही है। वहीं, तीन दिन मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी है। विशेषकर देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, ऊधमसिंहनगर तथा चंपावत जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। चमोली में बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ व क्षेत्रपाल में भूस्खलन के कारण बंद है। राज्य में 80 से अधिक सड़कें मलबे के कारण बंद पड़ी हैं।
उत्तरकाशी में ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग मलबा आने के कारण करीब चार घंटे बंद रहा। यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट के पास भूस्खलन के चलते बंद पड़ा है। यहां से यमुनोत्री जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का प्रयोग किया जा रहा है। वहीं, श्रीनगर गढ़वाल में श्रीनगर से लगभग 90 किमी दूर ऋषिकेश की ओर ब्रह्मपुरी व गूलर के पास भारी मलबा आ जाने से नेशनल हाईवे पर बीती आधी रात से बंद है।
कुमाऊं के पहाड़ी जिलों में हो रही बारिश से तराई में नदी-नाले उफान पर हैं। ऊधमसिंह नगर के बाजपुर में लेवड़ा नदी में आई बाढ़ के चलते कई गांवों में पानी घुस गया। नैनीताल-बाजपुर मुख्यमार्ग पर करीब तीन फिट पानी भरने से आवागमन कुछ घंटे के लिए बाधित रहा। बागेश्वर जिले में रुक-रुककर हो रही बारिश से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
उड़ान नहीं भर पाए कैलास मानसरोवर यात्री
पिथौरागढ़ में मौसम ने एक बार फिर कैलास मानसरोवर यात्रा में बाधा खड़ी कर दी। बुधवार को हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर सके जिससे 12वें दल के यात्री गुंजी में ही फंसे रहे। 13वें दल के यात्री तकलाकोट पहुंच गए है। 14वें दल के यात्रियों का बुधवार को गुंजी में स्वास्थ परीक्षण हुआ। आइटीबीपी के मुताबिक सभी दलों के यात्री सकुशल हैं।
शारदा नदी का जलस्तर बढ़ा
पहाडों और मैदानी क्षेत्रों में हो रही बारिश से बनबसा में शारदा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। इससे बैराज का गेट बंद कर आवाजाही पर रोक लगा दी है।
सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश के एसडीओ बृजेश मौर्या ने बताया कि सुबह शारदा का जलस्तर एक लाख 18 हजार क्यूसेक पहुंचने से बैराज का गेट बंद कर आवाजाही पर रोक लगा दी है। उन्होंने बताया कि शारदा नदी का जलस्तर घटने के बाद बैराज गेट खोलकर आवाजाही शुरू कर दी जायेगी।