परिवार को बंधक बनाकर की चोरों ने लूटपाट

हरिद्वार: कनखल में जमालपुर कलां की रुद्र विहार कॉलोनी में बदमाशों ने एक परिवार को बंधक बनाकर डकैती को अंजाम दे डाला। बदमाशों ने बेरहमी दिखाते हुए महिला के कान से कुंडल झपट लिए। जिससे वह जख्मी हो गईं। विरोध करने पर पति को डंडे से पीटकर घायल कर दिया। नगदी जेवर समेटने के बाद बदमाश परिवार को कमरे में बंद कर फरार हो गए। पुलिस के अलावा सीआइयू, डॉग स्क्वॉड व फइंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीमें डकैतों का सुराग लगाने में जुटी हैं।

पुलिस के मुताबिक मूलरूप से तीसा गांव, थाना भोपा जिला मुजफ्फरनगर निवासी सतपाल सिंह का परिवार कनखल थानाक्षेत्र के जमालपुर कलां की रुद्र विहार कॉलोनी में रहता है। सतपाल सिंह गांव गए हुए थे। शनिवार रात उनका बेटा विकास, बहु पूजा, पत्नी पूनम और ढाई साल का पोता कृष्णा घर में थे। एक कमरे में विकास व उनकी पत्नी पूजा सोए थे। जबकि दूसरे कमरे में पूनम अपने ढाई साल के पोते कृष्णा के साथ सो रही थी।

तड़के करीब पौने तीन बजे सात-आठ बदमाश उनके घर में घुस आए और सीधे विकास के कमरे में पहुंच गए। उन्होंने लाठी डंडों के बल पर विकास औरउनकी पत्नी को काबू में कर लिया। इस बीच एक बदमाश ने अचानक पूजा के कान से कुंडल झपट लिए। पूजा दर्द से चिल्ला उठी और उसके कान से खून बहने लगा। विकास ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने लाठी डंडों से उसके साथ मारपीट की। शोर सुनकर पूनम की भी आंख खुल गई। वह विकास के कमरे में पहुंची तो नजारा देखकर होश उड़ गए। बदमाशों ने पूनम भी डरा धमकाकर खामोश रहने के लिए कहा। बदमाशों ने घर में रखी 25 हजार की नगदी, पूजा का सोने का मंगलसूत्र, चांदी की पायजेब अपने कब्जे में कर ली। घर के दोनों मोबाइल फोन तोड़कर घर में ही फेंक दिए।

इसके बाद परिवार को कमरे में बंद कर बदमाश फरार हो गए। घर के फोन से पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। जिसके बाद करीब साढ़े तीन बजे कनखल पुलिस मौके पर पहुंची और परिवार को मुक्त कराया। एसएसपी कृष्ण कुमार वीके, एसपी सिटी ममता वोहरा, सीओ कनखल स्वप्नकिशोर सिंह ने मौका मुआयना कर पीडि़त परिवार से घटना की जानकारी जुटाई। सीआइयू, डॉग स्क्वाड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीमों ने भी छानबीन की।

एक और घर में वारदात का प्रयास

बदमाशों ने रुद्र विहार से सटी गड्ढा कॉलोनी में भी वारदात का प्रयास किया। हालांकि दूसरी वारदात की कहानी पुलिस के गले नहीं उतर रही है। एक परिवार ने पुलिस को बताया कि उन्होंने घर का मेन गेट बंद कर अंदर से ताला लगाया था। सुबह जब परिवार जागा तो ताला कटा मिला। हालांकि परिवार सोया हुआ था। उन्होंने किसी के घर में आने की आहट भी नहीं सुनी। माना जा रहा है कि रुद्र विहार कॉलोनी में डकैती के बाद बदमाश गड्ढा कॉलोनी पहुंचे होंगे। इस बीच विकास के परिवार की सूचना पर कनखल पुलिस आ गई। दोनों कॉलोनियां अगल-बगल हैं। रुद्र विहार कॉलोनी का रास्ता भी गड्ढा कालोनी से गुजरता है। माना जा रहा है कि पुलिस के आने पर बदमाश दूसरे घटना को अंजाम नहीं दे पाए और फरार हो गए।

दो महीने पहले खरीदा है मकान

सतपाल सिंह का परिवार जमालपुर की रमा विहार कॉलोनी में रहता था। दो महीने पहले ही उन्होंने रुद्र विहार कॉलोनी में मकान लिया है। मकान अभी पूरी तरह तैयार भी नहीं हुआ है। परिवार का कहना है कि जीने के रास्ते से बदमाश घर के अंदर घुसे हैं।

तीन साल पहले भी हुई थी लूट

जमालपुर कलां काफी पुराना गांव है। गांव की खेती की जमीनों में तेजी से नई कॉलोनियां वजूद में आई हैं। रुद्र विहार कॉलोनी के पीछे काफी दूर तक जंगल है। बदमाशों के लिए यह साफ्ट टारगेट है। कॉलोनी में तीन साल पहले भी लूट की घटना हुई थी। तब भी बदमाशों ने परिवार को बंधक बनाया था और तसल्ली के साथ घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे।

बदमाशों हुलिया कच्छा बनियान गिरोह जैसा

डकैती डालने वाले कुछ बदमाशों ने अपने चेहरे ढके हुए थे। कुछ बदमाशों ने हाफ पैंट पहनी हुई थी। पूनम ने बताया कि उनके पैर कीचड़ में सने हुए थे। ऐसा लग रहा था कि कच्छा बनियान गिरोह से ताल्लुक रखते हैं। वहीं पुलिस वारदात में कच्छा बनियान गिरोह का हाथ होने से इनकार कर रही है। हालांकि आला अधिकारी किसी भी संभावना से साफ तौर पर इनकार भी नहीं कर रहे हैं।

कॉलोनी वाले बोले, नहीं होती गश्त

कॉलोनिवासियों ने पुलिस के रात्रि गश्त पर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि आबादी के सबसे पीछे की कॉलोनी होने के चलते पुलिस गश्त करने पहुंचती ही नहीं है। कॉलोनी में चोरी जैसी घटनाएं भी पहले हो चुकी हैं। बदमाशों ने घटना को तड़के अंजाम दिया। उनको अंदेशा रहा होगा कि रात्रि गश्त करने वाली पुलिस तड़के आराम कर रही होगी। शायद इसलिए उन्होंने घटना का समय तड़के चुना।

आखिर काम आया पुराना फोन 

परिवार को कमरे में बंद करने के साथ-साथ बदमाश दोनों मोबाइल तोड़कर घर में ही फेंक गए। बदमाश चाहते तो दोनों मोबाइल भी अपने साथ ले जा सकते थे। लेकिन सर्विलांस के जरिए पकड़े जाने का डर उनके मन में रहा होगा। इसलिए दोनों फोन तोड़ डाले। परिवार ने ढाई साल के बेटे कृष्णा को खेलने के लिए एक पुराना फोन दिया था। यह फोन बेड के पीछे गिरा था। बदमाशों के फरार होने पर परिवार बाहर निकलने के लिए छटपटाने लगा। ढूंढने पर तीसरा फोन परिवार को मिल गया। बैलेंस न होने के बावजूद उससे पुलिस कंट्रोल रूम पर संपर्क हो गया।

एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने बताया कि जमालपुर में हुई घटना के खुलासे के लिए पुलिस और सीआइयू की टीमें गठित कर दी गई हैं। बदमाशों के बारे में छानबीन शुरू कर दी गई है। जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।

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