देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार रिस्पना और बिंदाल को संवारने में जुट गई है। इसके लिए प्रथम चरण में सात किमी क्षेत्र के विकास के लिए योजना तैयार हो गई है। इस योजना पर 140 करोड़ का बजट स्वीकृत कर दिया गया है। कार्य को सिंचाई विभाग और एमडीडीए समन्वय के साथ पूरा करें।
मुख्यमंत्री आवास में रिवर फ्रंट डेवलपमेंट परियोजना की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि रिस्पना और बिंदाल के पुनर्जीवन के साथ ही इनके सौन्दर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ऐसे में इन दोनों नदियों के लिए तैयार की जानी वाली योजनाओं पर अधिकारी गंभीरता से काम करें। उन्होंने कहा कि यह नदियां न केवल दून की धरोहर बनेंगी, बल्कि शहर की सुंदरता लौटाने में भी महत्वपूर्ण साबित होंगी। इसके लिए समेकित प्रयासों की जरूरत है। इसके लिए एमडीडीए और सिंचाई विभाग गहनता से इन नदियों का अध्ययन करे।
मुख्यमंत्री ने साबरमती रिवर फ्रंट डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड से भी आवश्यक परामर्श व तकनीकी सहयोग लेने का सुझाव दिया। बैठक में बताया गया कि इस परियोजना की शुरुआत में रिस्पना की 19 और बिंदाल की 17 किलोमीटर क्षेत्र का डीपीआर तैयार किया गया है। प्रथम चरण मे रिस्पना के ढाई और बिंदाल के साढ़े चार किमी क्षेत्र में रिटेनिंग वॉल, चैकडेम आदि कार्य किए जाने हैं। इस कार्य के लिए 140.39 करोड़ की स्वीकृति दी गई है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि देहरादून, हरिद्वार सहित प्रदेश के अन्य जनपदों में भी नदी श्रेणी व इससे लगी जमीनों की उपलब्धता की जानकारी जुटाई जाए ताकि यहां पर भी निवेश के लिए उद्यमियों को भूमि की उपलब्धता हो सके। बैठक में शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, पर्यटन एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज, प्रमुख सचिव न्याय आलोक कुमार वर्मा, प्रमुख सचिव आनंदवर्धन, सचिव अरविंद सिंह, विनोद प्रसाद रतूड़ी, डीएम एसए मुरूगेशन, एमडीडीए वीसी आशीष श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।