देहरादून, देश के चोटी के वानिकी अनुसंधान संस्थान एफआरआइ की भर्ती परीक्षा जांच के घेरे में आ गई है। जबलपुर में ट्रॉपिकल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट (टीएफआरआइ) में 30 सितंबर को आयोजित भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस के जरिये हरियाणा के आठ अभ्यर्थी नकल करते पकड़े गए थे। साथ ही पता चला कि हरियाणा का गिरोह इन्हें नकल करा रहा था। दूसरी तरफ इससे पहले 29 जुलाई को एफआरआइ की भर्ती परीक्षा में भी बड़ी संख्या में हरियाणा के अभ्यर्थियों के शामिल होने से यहां की परीक्षा पर सवाल खड़े हो गए थे। इसे देखते हुए एफआरआइ की निदेशक डॉ. सविता ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। देहरादून स्थित वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) की निदेशक डॉ. सविता के मुताबिक 29 जुलाई को देश के 16 केंद्रों पर 120 पदों के सापेक्ष परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में करीब 34 हजार अभ्यर्थियों ने शिरकत की। गंभीर यह कि परीक्षा में चार छात्र ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करते हुए पकड़े गए थे। उनका आवेदन निरस्त कर दिया गया था। तब पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई गई थी। हालांकि जबलपुर में नकल गिरोह पकड़े जाने के बाद संस्थान की कंप्लेन सेल को प्रकरण की जांच के लिए भेज दिया गया है। लिखित परीक्षा के बाद ट्रेड टेस्ट आयोजित किए जा रहे हैं। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, रिजल्ट घोषित नहीं किए जाएंगे।