देहरादून: बाजारों में भीड़भाड़ के दौरान चोर गिरोह भी सक्रिय हो गए हैं। इनमें शातिर महिलाएं भी शामिल हैं। दून पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में तीन महिलाओं के साथ तीन किशोरी और एक किशोर को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया। साथ ही उनसे चोरी का माल भी बरामद किया गया।
पर्स चुराने वाली चाची-भतीजी गिरफ्तार
भीड़भाड़ वाले बाजारों में खरीददारी के लिए आई महिलाओं के पर्स-मोबाइल लेकर चंपत होने वाली दो महिलाओं को कोतवाली पुलिस ने रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। अलीगढ़ की रहने वाली दोनों महिलाएं चाची-भतीजी हैं। दोनों देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, ऊधमसिंह नगर व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई वारदात कर चुकी हैं।
पुलिस का दावा है कि महिलाओं का पूरा गिरोह है, जिसके कुछ और सदस्य यहां मौजूद हो सकते हैं। उन सबकी धरपकड़ के लिए मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, सिमरन कौर निवासी लुनिया मोहल्ला, मच्छी बाजार शिमला बाइपास पर ब्यूटी पार्लर चलाती हैं। वह पलटन बाजार में खरीददारी करने आई थीं। सामान अधिक होने के कारण वह स्कूटी दुकान पर खड़ी कर ई-रिक्शा से घर के लिए रवाना हुईं।
ई-रिक्शा में उनके साथ दो और महिलाएं सवार हो गईं। दोनों महिलाएं प्रिंस चौक के पास उतर गईं। घर पहुंचने पर सिमरन ने किराया देने के लिए पर्स खोला तो उसमें से रुपये गायब थे।
उन्होंने इसकी सूचना लक्खीबाग पुलिस चौकी को दी। पुलिस ने पलटन बाजार से लेकर प्रिंस चौक तक लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कराई। पता चला कि घटना के दौरान दोनों के साथ एक बच्चा भी था। तलाश के लिए मुखबिर तंत्र की मदद ली गई।
पुलिस के एक खबरी ने बताया कि उस हुलिए की दो महिलाएं रेलवे स्टेशन के पास घूम रही हैं, उनके साथ बच्चा भी है। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया।
पूछताछ में महिलाओं की पहचान गीता (30) पत्नी बबलू व निशा (18) पुत्री बाबू निवासी नौरंगबाद बस्ती, थाना छावनी, अलीगढ़ के रूप में हुई।
कोतवाल शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि निशा गीता की भतीजी है। गीता का पति दिव्यांग है और उसका छोटा बच्चा भी है। पैसे की जरूरत पूरी करने के लिए अलग-अलग शहरों में जाकर पर्स चोरी की घटनाओं को अंजाम देती हैं। दो-चार वारदातों के बाद दूसरे शहर चली जाती हैं।
महिला चला रही थी नाबालिग चोरों का गैंग, गिरफ्तार
कोतवाल शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि निशा गीता की भतीजी है। गीता का पति दिव्यांग है और उसका छोटा बच्चा भी है। पैसे की जरूरत पूरी करने के लिए अलग-अलग शहरों में जाकर पर्स चोरी की घटनाओं को अंजाम देती हैं। दो-चार वारदातों के बाद दूसरे शहर चली जाती हैं।
महिला चला रही थी नाबालिग चोरों का गैंग, गिरफ्तार
पुलिस ने इनकी तलाश शुरू की तो महिमा एनक्लेव से एक किशोर व तीन किशोरियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में किशोर ने बताया कि वह सभी कबाड़ बीनने का काम करते हैं और जो घर खाली दिखता है, उसमें घुस जाते हैं।
एसओ दिलबर सिंह नेगी ने बताया कि किशोर से पूछताछ के बाद उसकी मां मंजू को कैंट इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी निशानदेही पर चोरी के सामान की भी बरामदगी कर ली गई है। इसमें सोने-चांदी के आभूषण समेत एक मोबाइल फोन व वाईफाई डोंगल भी मिला है।
ऐसे हुआ बच्चों की करतूत होने का शक
27 अगस्त को आदर्श विहार में हुई चोरी का मौका मुआयना करने के दौरान जमीन पर बच्चे के फुटप्रिंट मिले थे और दरवाजा भी इतना ही तोड़ा गया था कि जिसमें से कोई बच्चा ही आरपार हो सके। इसके बाद पुलिस को शक हो गया कि गैंग में बच्चों को शामिल किया गया है।