गोरखपुर। दिवाली त्योहार के शुभ अवसर पर नकली चांदी के सिक्के का कारोबार करने वाले भी बाजार की रौनक बढ़ा दिए हैं। धनतेरस के अवसर पर बाजार में बिकने के लिए नकली चांदी के सिक्के आ चुके हैं। कारोबारी भी अधिक मुनाफा कमाने के लिए दुकान सजा रखे हैं। असली ब्रिटिशकालीन सिक्कों पर तत्कालीन ब्रिटिश राजा व रानी के चित्र अंकित हैं, जबकि नकली सिक्कों पर इनका चित्रण भी गलत तरीके से किया गया है। जैसे कि 1857 में ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया थीं, लेकिन नकली सिक्कों पर इसी अवधि में आपको किंग जार्ज का चित्र भी मिल सकता हैं। यह नकली सिक्के की पहचान है। सर्राफा व्यापारी सुनील वर्मा ने बताया कि असली सिक्के का वजन लगभग 11.64 ग्राम होता है। किसी भी दशा में असली सिक्के का वजन इससे अधिक नहीं हो सकता है, जबकि नकली का वजन ज्यादातर इससे अधिक होता है। असली और नकली सिक्कों को फर्श पर फेंकने से आवाज में अंतर मिलता है। सर्राफा बाजार में असली और नकली सिक्के के दामों में कोई विशेष फर्क नहीं है। दोनों ही सिक्के लगभग एक ही दाम पर बेचे जा रहे हैं। अलग-अलग दुकानों पर व्यापारी इन्हें एक हजार से 11 सौ रुपये प्रति सिक्का के बीच बेंच रहे हैं। एसडीएम कमलेश चंद्र वाजपेयी का कहना है कि किसी को भी धोखाधड़ी नहीं करने दी जाएगी। ग्राहक भी सामान लेते समय पक्की रसीद जरूर रखें, जिससे दुकानदार की पहचान हो सके।