बरेली। जलियांवाला बाग एक्सप्रेस में महिला की निर्मम हत्या बरेली क्षेत्र में हुई या शाहजहांपुर में इसको लेकर पशोपेश की स्थिति है। उससे भी बड़ा सवाल कि जीआरपी शाहजहांपुर ने जहां मामले में महज एक युवक को हत्यारोपित बनाया है। वहीं, मौका-ए-वारदात की स्थिति इससे ज्यादा इत्तेफाक नहीं रखती हैं। खासतौर पर तब जबकि जिस जनरल बोगी में चिंता देवी को पीटने के बाद पैर से गला दबाकर हत्या की, उसमें दो सौ लोग बैठे थे। यही नहीं खुद चिंता देवी के परिवार से उनके दो वयस्क बेटों के साथ उनका पूरा परिवार भी था। खैर, शाहजहांपुर जीआरपी ने मामले की जीरो एफआइआर दर्ज होने के बाद आलाधिकारियों के निर्देश पर विवेचना बरेली जीआरपी के पास भेजी गई है। इधर पुलिस ने जेल भेजे गए आरोपित से पूछताछ के लिए रिमांड की तैयारी कर दी है। पुलिस के मुताबिक आरोपित सोनू ने पूछताछ के दौरान वारदात में खुद को अकेला बताया। वहीं, रंजीत ने मीडिया के सामने और आरपीएफ के पास लिखाए बयान में तीन लोगों के सिगरेट पीने की बात कही थी। आरोपित सोनू ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा था कि वह ऊपर सीट पर साथ बैठे दो अन्य युवकों को नहीं जानता था। चूंकि, हत्या के बाद मुसाफिरों ने ही आरोपित को जीआरपी के सुपुर्द किया। ऐसे में संभव है कि एक से ज्यादा आरोपित होने पर दो अंजान आरोपितों को खोजना पुलिस के लिए टेढ़ी खीर हो जाता। इसीलिए सोनू को अकेला हत्यारोपित बना दिया गया। जीआरपी शाहजहांपुर के खुद तहरीर लिखकर महज साइन कराने की बात भी सामने आ रही है।उधर, रेलवे की लॉग बुक में अमृतसर-टाटानगर एक्सप्रेस (जलियांवाला बाग) के लोको पायलट ने चेन पुलिंग को देर रात 2.58 बजे का दर्ज कराया है। जबकि ट्रेन बरेली जंक्शन पर 1.45 बजे आई थी और दो मिनट बाद रवाना हुई थी। लॉग बुक में भी ट्रेन के तिलहर चेन पुलिंग होने की बात कही। ऐसे में काफी हद तक माना जा रहा है कि महिला चिंता देवी की हत्या शाहजहांपुर क्षेत्र में ही हुई। शाहजहांपुर : आजमगढ़ का आरोपित सोनू के परिवार वालों को घटना की सूचना मिली। उसका भाई संदीप कुमार ट्रेन से यहां रविवार को पहुंचा और जीआरपी थाने पर गया। उन्होंने अपने भाई के बारे में जानकारी की। पुलिस ने संदीप को बताया कि उसके भाई सोनू को शनिवार को ही जेल भेज दिया गया था। वह जेल में दोपहर को अपने भाई से मिलकर दिन में दो बजे थाने पर पहुंचा। पुलिस कर्मचारियों से भाई की जानकारी लेते समय उसके आंसू छलक आए।