भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट होंगे 427 कैडेट

देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) से शनिवार को 427 कैडेट पास आउट होंगे, जिसमें 347 भारतीय सेना का हिस्सा बनेंगे, जबकि अन्य 80 विदेशी कैडेट हैं। इन कैडेट्स ने गुरुवार को कमान्डेंट परेड में कदमताल की। कमान्डेंट लेफ्टिनेंट जनरल एसके झा ने कैडेट्स में जोश भरते कहा कि सेना की प्रतिष्ठा अब उनके कंधों पर है। सैन्य अफसर बनने की राह पर अग्रसर कैडेट्स ने कड़ी मेहनत के बूते यह सम्मान हासिल किया है।
वह सेना के मूल सिद्धांत चरित्र, सामथ्र्य, प्रतिबद्धता और करुणा के जरिये इसे बनाए रखें। उच्च आदर्श व उत्कृष्टता उनके कार्यों में प्रतिबिंबित होने चाहिए। उन्होंने कहा कि एक सैन्य अफसर की अपने हरेक जवान के प्रति भी जिम्मेदारी बनती है। उसके भरोसे पर खरा उतरने की कोशिश करें। विदेशी कैडेटों को उन्होंने प्रशिक्षण में सकारात्मक दृष्टिकोण के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि विदेशी कैडेटों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई।
कमान्डेंट ने कहा कि यहां न केवल उन्होंने जीवनभर के लिए दोस्त बनाए हैं, बल्कि अपने देश का भी बहुत अच्छे ढंग से प्रतिनिधित्व किया है। कड़े प्रशिक्षण से गुजरकर अब वह अपने देश की सेना का हिस्सा बनने को तैयार हैं। आइएमए में विकसित एकजुटता का यह भाव दुनिया के सामने आने वाली वैश्विक चुनौतियों का सामना करने और उनसे निपटने में कारगर सिद्ध होगा। इस दौरान सेवारत व सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी, स्कूली बच्चे व कई गणमान्य लोग परेड देखने पहुंचे थे।
आईएमए में लहराया 108 फीट ऊंचा तिरंगा
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में गुरुवार को 108 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया गया। इस राष्ट्रीय ध्वज को अकादमी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल एसके झा एवं फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष नवीन जिंदल ने लहराया। राष्ट्रगान के दौरान यहां मौजूद सभी ने गर्व महसूस किया। इस दौरान ले.जनरल झा ने कहा कि राष्ट्रीय यह ध्वज हमेशा गर्व और बलिदान की भावना को उजागर करेगा। इसके साथ ही  हमेशा जेंटलमैन कैडेट्स को प्रेरणा का स्रोत होगा। उन्होंने कहा कि झंडा राष्ट्रवाद और देशभक्ति की सभी भावनाओं के बीच उभरता है। राष्ट्रीय गान के साथ सैन्य अफसरों एवं जेंटलमैन कैडेट्स ने प्रतिज्ञा ली कि  हम अपनी मातृभूमि की सेवा करते रहेंगे और  हमेशा राष्ट्रीय ध्वज को ऊंचा रखेंगे। उन्होंने कहा कि यह ध्वज चकराता रोड के नजदीक युद्ध स्मारक परिसर के पास है। यहां से गुजरने वाले यात्रियों को भी फ्लैग देखकर गर्व की भावना महसूस होगी। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *