विकासनगर। पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात से ठंड बढ़ने पर देश के पहले कंजर्वेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में प्रवासी परिंदों की संख्या में इजाफा हुआ है। आसन नमभूमि में प्रवासी परिंदों की 24 और लोकल 26 प्रजातियों की संख्या बढ़कर करीब 5000 पहुंच गयी है। जिसमें सुर्खाब की संख्या सबसे ज्यादा है, अकेले आसन नमभूमि में सुर्खाब की संख्या 1500 के करीब आंकी गई है, जबकि सुर्खाब ने डाकपत्थर बैराज झील को भी अपना प्रवास स्थल बनाया है, जिसकी गिनती चकराता वन प्रभाग ने अभी तक नहीं की है। इसके अलावा रेड क्रेस्टेड पोचार्ड करीब 750, कामनकूट 600, कामन पोचार्ड 200 के करीब दिखाई दे रही है, जबकि अन्य प्रजातियों के परिंदों की संख्या पचास से कम है।
आसन नमभूमि में आजकल देशी व विदेशी 50 प्रजातियों के पांच हजार परिंदे प्रवास पर हैं। चकराता वन प्रभाग की लोकल गणना में राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में हिमपात से बढ़ी ठंड के कारण परिंदों की संख्या में इजाफा देखा गया है, जबकि बुधवार से पहले जब हिमपात नहीं हुआ था, संख्या साढ़े तीन हजार के करीब थी। ठंड बढ़ने पर करीब पंद्रह सौ परिंदे अधिक दिखाई दिए।
रेंजर आसन जवाहर सिंह तोमर और वन बीट अधिकारी आसन प्रदीप कुमार सक्सेना प्रवासी परिंदों की संख्या बर्फबारी के बाद बढ़ी है। रात दिन वन प्रभाग की टीम गश्त कर रही है, ताकि प्रवासी परिंदों की सुरक्षा हो सके, साथ ही शिकारियों पर अंकुश लगाया जा सके।
ये परिंदे बढ़ा रहे आसन नमभूमि की शान
देश के पहले कंजर्वेशन रिजर्व आसन नमभूमि क्षेत्र में वूली नेक्टड, पेंटेड स्टार्क, रुडी शेलडक, ब्लैक आइबीज नया नाम रेड कैप्ट आइबीज, पलास फिश ईगल, ग्रेट क्रेस्टेड ग्रेब, ग्रे लेग गूज, रुडी शेलडक, गैडवाल, इरोशियन विजन, मैलार्ड, स्पाट बिल्ड डक, कामन पोचार्ड, टफ्ड डक, पर्पल स्वेप हेन, कामन मोरहेन, कामन कूट, ब्लैक विंग्ड स्किल्ड, रीवर लोपविंग, ब्लैक हेडेड गल, पलास फिश ईगल, इरोशियन मार्क हेरियर, लिटिल ग्रेब, डारटर, लिटिल कोरमोरेंट, लिटिल इ ग्रेट, ग्रेट इ ग्रेट, ग्रे हेरोन, पर्पल हेरोन कामन किंगफिशर, व्हाइट थ्रोटेड किंगफिशर, पाइज्ड किंगफिशर आदि प्रजातियों के परिंदे प्रवास पर हैं।