देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बुधवार को देहरादून के हर्रावाला में 300 बेड के अस्पताल का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि कैंसर, जच्चा-बच्चा समेत मल्टीस्पेशिलिटी वाले इस अस्पताल को 100 शैय्याओं से शुरू किया जाएगा। इसके निर्माण के लिए प्रथम किश्त के रूप में 164 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं।अस्पताल के लिए 15 बीघा जमीन दून के प्रतिष्ठित ओबरॉय परिवार ने दी है। ऐसे में इसका नाम ‘शकुतलारानी सरदारीलाल ओबरॉय अस्पताल’ रखा जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अस्पताल समेत पर्यटन, सिंचाई व एमडीडीए की विभिन्न विकास योजनाओं के लगभग 540 करोड़ के कार्यो का भी शिलान्यास किया। सीएम ने कहा कि पिछले दो सालों में राज्य सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। स्वास्थ्य, पेयजल, रोजगार, पलायन आदि क्षेत्रों में विशेष बल दिया रहा है।इस दौरान पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, माला राज्ये लक्ष्मी शाह, महापौर सुनील उनियाल गामा, विधायक उमेश शर्मा काऊ, गणेश जोशी, खजान दास आदि उपस्थित रहे। बहन, दादी को कैंसर से लड़ते देखा अस्पताल के लिए भूमि उपलब्ध कराने वाले ओबरॉय परिवार का सीएम ने विशेष आभार जताया। उद्यमी राकेश ओबरॉय ने कहा कि उन्होंने अपनी बड़ी बहन व दादी को कैंसर से लड़ते देखा है। तब यहां कोई ऐसा अस्पताल नहीं था जहां कैंसर का इलाज मिले।ऐसे में इलाज के लिए बाहर जाना पड़ा। तभी से परिवार की यह इच्छा थी कि दून में एक कैंसर संस्थान बने। यह सपना अब पूरा होने जा रहा है। अधीनस्थ चयन आयोग को मिलेगा नया कार्यालय मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग के नए कार्यालय का भी शिलान्यास किया। महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के पास इस कार्यालय का निर्माण किया जाएगा। सीएम ने कहा कि अपना कार्यालय मिल जाने के बाद आयोग अधिक क्षमता के साथ कार्य कर सकेगा। उन्होंने बताया कि पिछले 22 माह में आयोग ने 36 भर्ती परीक्षाएं कराई गई, जिसमें 2221 नई नियुक्तिया की गई। जबकि 2014 से मार्च 2017 तक सिर्फ 06 परीक्षाएं कराई गई जिसमें 819 नई नियुक्तिया हुई। ग्रेविटी वाटर उपलब्ध कराने का लक्ष्य सीएम ने कहा कि देहरादून को 60 प्रतिशत ग्रेविटी का पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सृदृढ़ व्यवस्था की जा रही ही। सौंग बाध परियोजना का जल्द ही शिलान्यास किया जाएगा। इस बाध को 350 दिन में बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए बजट का प्रावधान किया जा चुका है। इस बाध के निर्माण से प्रतिवर्ष 92 करोड़ रुपये की बिजली बचत होगी। सूर्यधार पेयजल योजना पर कार्य शुरू हो गया है। इस परियोजना से 43 गावों को ग्रेविटी वाटर उपलब्ध होगा तथा बिजली की भी बचत होगी। शौर्य स्थल बनाएंगे मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में एक भव्य शौर्य स्थल बनाया जाएगा। इसके लिए बजट में प्राविधान किया जा चुका है।