देहरादून।जीएमएस रोड स्थित एक एजेंसी से बाइक खरीदने के नाम पर एक युवक ने एजेंसी मालिक को ही बीस हजार रुपये की चपत लगा दी। शातिर यहीं नहीं रुका, इसके बाद भी उसने उनकी दूसरी फर्म को भी निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो सका। एजेंसी मालिक की ओर से वसंत विहार थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है।पुलिस के अनुसार, वसंत विहार क्षेत्र स्थित एक दुपहिया एजेंसी के मालिक राजेश कुमार भाटिया को शनिवार को एक युवक का फोन आया। फोन पर ही उसने बताया कि वह एक बाइक खरीदना चाहता है।एजेंसी मालिक की ओर से बाइक का मूल्य बताये जाने पर उसने कहा कि वह इस समय बाहर है। वह भुगतान ऑनलाइन करेगा और बाइक एक लड़का लेने आएगा। एजेंसी मालिक ने वह मोबाइल नंबर बताया कि जिसके जरिये बाइक की कीमत का भुगतान होना था।थोड़ी देर बाद भाटिया के मोबाइल पर बीस हजार रुपये रिसीव करने का एसएमएस आया। जब उन्होंने अकाउंट चेक किया तो उनके ही खाते से बीस हजार रुपये निकल चुके थे।उन्होंने फौरन बैंक को फोन किया। बैंक कर्मियों ने प्रारंभिक जांच में बताया कि जिस शख्स ने खाते से रकम हड़पी है, वह घटना के समय एजेंसी के आसपास ही मौजूद था। इसके बाद राजेश भाटिया ने अपनी एजेंसी के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकलवाई, जिसमें कार में बैठा एक युवक एजेंसी के पास मोबाइल पर कुछ करते दिख गया। कार का नंबर न दिखने से उसकी पहचान नहीं हो गई।इस बीच रविवार को भाटिया की दूसरी फर्म पर उसी शख्स का फोन आया। वहां उनका बेटा आशीष बैठता है। आशीष से शातिर ने कहा कि वह फौज में है और बाइक खरीदना चाहता है। इस पर जब उससे कहा गया कि उसने शनिवार को इसी तरह एक एजेंसी वाले को फोन किया था।यह सुनते ही उसने फोन काट दिया। तब से फोन लगातार स्विच ऑफ आ रहा है। एसओ वसंत विहार हेमंत खंडूड़ी ने बताया कि मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि शातिर ने ब्लूटूथ से राजेश भाटिया के मोबाइल को अपने मोबाइल से कनेक्ट कर दिया था। इसके लिए दोनों मोबाइल के बीच कम से 15 मीटर की दूरी होनी चाहिए। इसी से पता चला कि शातिर ठगी के वक्त उनकी एजेंसी के पास मौजूद था। ऐसे में आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से शातिर की पहचान करने में जुट गई है।