राजद अध्यक्ष लालू यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि नोटबंदी पर राजद द्वारा आहूत आंदोलन में बिहार के मुख्यमंत्री भी नीतीश कुमार भी हमारे साथ होंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने भी कैशलेस के मुद्दे पर केंद्र सरकार का विरोध किया था।
लालू ने कहा कि नीतीश कुमार ने उनसे कहा है कि पचास दिन बाद हम नोटबंदी का रिव्यू करेंगे और फिर केंद्र सरकार को इसका जवाब देना होगा। लालू ने ये बातें इसलिए कही हैं कि नोटबंदी का समर्थन करने के बाद लगातार विपक्ष महागठबंधन के बीच फूट पड़ने की बात कह रहा है।
सीएम नीतीश ने नोटबंदी के समर्थन के बाद कल केंद्र सरकार को चुनाव आयोग के सुझाव पर विचार करने की भी सलाह दी थी कि नेताओं के चंदे के एक-एक रूपये का हिसाब मिलना चाहिए। कल ही पीएम मोदी ने भी अपनी सभा में यही बात कही थी।
वैसे लालू यादव नोटबंदी के बाद पीएम मोदी पर एक भी निशाना साधने से चूकते नहीं हैं। आज उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के फ्लॉप पीएम साबित हुए हैं और देश की जनता उनके झूठे वादे से तंग आकर अब उनपर विश्वास नहीं करती।
ट्विटर पर कहा, एेसा कोई पीएम होता है क्या?
नोटबंदी का लगातार विरोध करते हुए लालू पीएम मोदी के खिलाफ लगातार सोशल मीडिया के जरिए भी कुछ ना कुछ टिप्पणी कर अपनी भड़ास निकालते रहते हैं। अपने आज के ताजे ट्वीट में लालू ने लिखा है कि ऐसा कोई PM होता है? जो सरेआम चीनी कम्पनी का प्रचार कर कहता हो Paytm कर लो, Paytm। मतलब Pay to Me…Pay to Me…जनाब, PM गरिमा का पद होता है।
ऐसा कोई PM होता है? जो सरेआम चीनी कम्पनी का प्रचार कर कहता हो Paytm कर लो, Paytm। मतलब Pay to Me…Pay to Me
जनाब, PM गरिमा का पद होता है
लालू के साथ -साथ पुत्र तेजस्वी भी पीएम के खिलाफ
लालू ने नोटबंदी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है और आगामी अठाईस तारीख से उनकी पार्टी राजद ने आंदोलन का एलान किया है। लालू यादव इससे पहले भी नोटबंदी के मुद्दे पर पीएम मोदी को लगातार कटघरे में खड़ा करते रहे हैं। लालू और उनके पुत्र तेजस्वी यादव इस मुद्दे पर पीएम मोदी पर गरीबों को परेशान कर अमीरों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाते रहे हैं।
कहा था – पत्थरदिल व संवेदनहीन शासक हैं पीएम मोदी
इससे पहले भी लालू ने पीएम मोदी के खिलाफ ट्वीट कर लिखा था कि जिन पत्थरदिल व संवेदनहीन शासकों के राज्यस्तरीय शासन में हजारों जानें गई हो उन्हें राष्ट्र स्तर पर सैंकड़ों लोगों के मरने से कोई फर्क पड़ेगा? दरअसल एक खबर के मुताबिक एक बच्चे ने इसलिए जान दे दी कि उसकी मां नोटबंदी के कारण उसे जूते नहीं दिला सकी। इसी खबर को टैग करते हुए लालू ने यह ट्वीट किया था।
जिन पत्थरदिल व संवेदनहीन शासकों के राज्यस्तरीय शासन में हजारों जानें गई हो उन्हें राष्ट्र स्तर पर सैंकड़ों लोगों के मरने से कोई फर्क पड़ेगा?
लालू ने कुछ दिनोें पहले ट्वीट कर पीएम मोदी से यह भी पूछा था कि पीएम अपने वादे के मुताबिक पचास दिनों में नोटबंदी के कारण हो रही जनता की परेशानियों से उ्न्हें निजात नहीं दिला सके तो क्या पीएम पद से इस्तीफा दे देंगे?