दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले का लगातार विरोध कर रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन को ‘निराशाजनक’ करार देते हुए मोदी पर जनता को ‘धोखा देने’ का आरोप लगाया और दावा किया कि नोटबंदी के बाद कालेधन का एक रुपया नहीं मिला और भ्रष्टाचार में भी कोई कमी नहीं आई।
केजरीवाल ने पत्रकार वार्ता में कहा कि कल (शनिवार) का प्रधानमंत्री का भाषण बहुत निराश करने वाला था। लोगों की समझ में नहीं आया कि मोदी जी क्या बताने वाले हैं?
केजरीवाल ने कहा कि लोग उम्मीद कर रहे थे कि पीएम मोदीजी से बोलेंगे कि 50 दिन बाद लोग अपने पूरे पैसे बैंक से निकाल सकेंगे, मगर मोदी जी ने देश के लोगों निराश किया है।
नोट बंदी के मुद्दे पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसने देश का बेड़ागर्क कर दिया है। नोटबंदी के बाद भी घोटाले देखने को मिले हैं। नोटबंदी से ठीक पहले अमित शाह ने देश भर में बड़े स्तर पर जमीनें खरीदी हैं।
पेटीएम के मुद्दे पर केजरीवाल ने कहा कि मोदीजी बताएं कि पेटीएम में मोदी जी की क्या दिलचस्पी है? मोदी जी इस कंपनी पर मेहरबान क्यों हैं। 8 लाख करोड़ रुपये का लोन अरबपतियों पर है।
केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी ने सहारा और बिड़ला से रिश्वत ली है। मोदी पर विश्वास अब कोई नहीं कर सकता। पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। इसके लिए कमेटी बनाई जाए।