दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों का किराया कम नहीं होने के लिए भाजपा ने दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा का कहना है कि सरकार का ध्यान दिल्ली से ज्यादा दूसरे राज्यों पर है। दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा नव वर्ष से डीटीसी की बसों का किराया कम नहीं करने से दिल्लीवासियों में रोष है। दिल्ली सरकार इस निर्णय को लागू करने में पूरी तरह विफल रही है। विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि किराया कम करने में हो रही देरी से यह स्पष्ट है कि केजरीवाल सरकार का सारा ध्यान दूसरे राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। दिल्ली के शासन की तरफ ध्यान नहीं है। यही कारण है कि डीटीसी बसों का किराया कम करने जैसा साधारण प्रशासनिक निर्णय भी सरकार नहीं ले सकी। नर्सरी एडमिशन: 298 स्कूलों के लिए जल्द तय हो सकता है दाखिला क्राइटेरिया भाजपा नेता ने कहा कि उपराज्यपाल ने 16 दिसंबर को डीटीसी बसों का किराया कम करने के आदेश दिया था। साथ ही दिल्ली सरकार ने भी आश्वासन दिया था कि वह पहली जनवरी से आदेश को अमल में लाएगी। परंतु, अभी तक प्रस्ताव भी तैयार नहीं किया गया है। अभी विभिन्न विभागों से टिप्पणियां मंगाई गई हैं। इनके आने के उपरांत प्रस्ताव को अंतिम रूप देकर स्वीकृति के लिए उपराज्यपाल को भेजा जाएगा। स्वीकृति के बाद डीटीसी बसों का किराया कम होगा।