देहरादून । कांग्रेस अब राज्य सरकार के खिलाफ विरोध का कोई भी मौका नहीं गंवाएगी। 24 जून से हो रहे दो दिनी विधानसभा सत्र के दौरान भी पार्टी ने तेवर कड़े रखने के संकेत दिए हैं। पार्टी जनता से जुड़े मुद्दों को जन आंदोलन का रूप देने की रणनीति पर भी काम कर रही है।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की बुरी गत हो चुकी है। पार्टी की चिंता का सबसे बड़ा सबब ये है कि जनता के बीच उसकी पैठ लगातार कम हो रही है, जबकि भाजपा लगातार पैठ मजबूत करती जा रही है। हार के कारणों पर मंथन को बीते दिनों जुटे कांग्रेस नेताओं ने भी पार्टी के सामने मुश्किलों का जिक्र करते हुए नए सिरे से चुनौती का सामना करने पर जोर दिया था कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि पार्टी अब जन सरोकारों को लेकर शिद्दत से जनता से जुड़ेगी। पार्टी अपने संघर्ष को और धार देगी। खासतौर पर प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों की मुखालफत बड़े स्तर पर की जाएगी। 24 जून से शुरू हो रहे दो दिनी विधानसभा सत्र के संबंध में उनका कहना है कि यह सत्र सीमित है। सरकार को सत्र की अवधि को बढ़ाना चाहिए, ताकि जनता की आवाज सदन में गूंज सके। उन्होंने सरकार की नाकामियों को मुद्दा बनाते हुए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प दोहराया। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश ने कहा कि काग्रेस अब जनता के मुद्दों को जनांदोलन की शक्ल देगी। सरकार की नीतियों से जनता में रोष है। इस रोष को सत्र के दौरान सदन के भीतर रखा जाएगा। कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक में पार्टी सदन के भीतर अपनी रणनीति तय करेगी।