नई टिहरी । नगरपालिका नई टिहरी परिसर में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक सभासद ने पालिका भवन के अंदर खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह करने का प्रयास किया। सभासद ने जैसे ही अपने ऊपर पेट्रोल छिड़का, उसके साथियों और पालिका कर्मियों ने बीच-बचाव कर उसे पकड़ लिया। इसके बाद भी काफी देर तक सभासद ने अपनी मांगों को लेकर पालिका में हंगामा किया। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत कराया।
दरअसल, सभासद विश्वजीत नेगी इस बात को लेकर आक्रोशित थे कि उनके वार्ड में पिछले आठ माह से कोई कार्य नहीं हो पाया है। पालिका सभासद विश्व जीत नेगी और सतीश चमोली अपनी शिकायत लेकर पालिका कार्यालय पहुंचे। उनका आरोप था कि उनके वार्ड में कार्य नहीं हो रहे हैं, जिस कारण उन्हें जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। मामला बढ़ता गया। इस दौरान सभासद विश्वजीत नेगी आक्रोशित हो उठे और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया और वहां पर भीड़ जुट गई।
इस दौरान सभासद विश्वजीत नेगी ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क दिया, जिस कारण पालिका कर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन सभासद के समर्थकों और पालिका कर्मियों ने उनके हाथ से पेट्रोल की बोतल छीन ली और उन्हें पकड़ कर अलग ले गए। इस दौरान वहां पर जमा भीड़ ने भी उन्हें समझाने का प्रयास किया। सभासद विश्वजीत नेगी का कहना है कि वह वार्ड 11 से सभासद हैं। वह लंबे समय से अपने वार्ड की समस्याओं के निराकरण की मांग पालिका से करते आ रहे हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही।
उनका आरोप है कि उन्होंने जो भी प्रस्ताव दिया, उन्हें नहीं चढ़ाया गया और उनके वार्ड में गलत प्रस्ताव चढ़ाए गए। यहां तक कि उनके वार्ड में झाड़ियां उगी हैं, जिनका कटान नहीं किया गया। इस बात को लेकर उन्होंने कई बार पालिका में अपनी बात रखी, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। नेगी का कहना है कि पिछले आठ माह से उनके वार्ड में कोई कार्य नहीं हुआ, जिस कारण उन्हें जनता का आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। जब उनकी बात नहीं मानी गई तो अपने बात मनवाने के लिए उनके पास आत्मदाह के सिवा कोई चारा नहीं था। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची, जिसके बाद दोनों पक्षों को पुलिस चौकी बुलाया गया। चौकी में दोनों पक्षों मे सहमति बनने के बाद मामला शांत हुआ। ईओ राजेंद्र सजवाण ने बताया कि जो भी कार्य होते हैं। वह बोर्ड बैठक में पास होते हैं। हमारे लिए सभी सभासद समान हैं। प्रभारी थानाध्यक्ष रमेश सैनी ने बताया कि सभासद नेगी ने अपने किए पर माफी मांगी, जिसके बाद दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया।