देहरादून । उत्तराखंड विधानसभा का इस वर्ष का दूसरा सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। पहले दिन सदन में दिवंगत कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत को श्रद्धांजलि दी जाएगी। अगले दिन के विधायी कार्यों के लिए सोमवार शाम को एजेंडा तय होगा। सत्र के लिए विधायकों की ओर इस बार 721 सवाल लगाए गए हैं। उधर, सत्र के दौरान विभिन्न मामलों में सरकार को घेरने के लिए विपक्ष रणनीति बनाने में जुट गया है। सत्र के दो दिन ही चलने की संभावना को लेकर तीखे तेवर दिखा विपक्ष ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं। सरकार ने भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए अपने तरकश में तीर तैयार कर लिए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जनसमस्याओं को लेकर विपक्ष जो भी मुद्दे उठाएगा, सरकार पूरी तैयारी के साथ उनका जवाब देगी। उन्होंने विपक्ष से सत्र के शांतिपूर्ण संचालन में सहयोग की अपील भी की।
विधानसभा सत्र के मद्देनजर रविवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई। इस दौरान कार्यकारी संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि जनहित के विषयों पर सदन में सहयोगात्मक विचार-विमर्श किया जाएगा। संसदीय कार्य संचालन नियमावली के अधीन वे विषय पटल पर रखे जाएंगे, जिन पर राज्य की अपेक्षा रहती है। नेता प्रतिपक्ष डॉ.इंदिरा हृदयेश ने कहा कि प्रदेश हित के मुद्दों पर विपक्ष सहयोग देगा। विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने आशा व्यक्त की कि पिछले सत्रों की भांति इस सत्र में भी विपक्ष का सहयोग मिलेगा। बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद थे। सर्वदलीय बैठक के बाद विस अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल की अध्यक्षता में कार्यमंत्रणा समिति की बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री रावत, विस के उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, कार्यकारी संसदीय कार्य मंत्री कौशिक, नेता प्रतिपक्ष डॉ. हृदयेश, गोविंद सिंह कुंजवाल व प्रीतम सिंह मौजूद थे। दोनों बैठकों के दौरान दिंवगत कैबिनेट मंत्री पंत को एक-एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
पत्रकारों से बातचीत में कार्यकारी संसदीय कार्य मंत्री कौशिक ने बताया कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में विपक्ष की ओर से सुझाव आया कि सत्र को कुछ समय के लिए बढ़ाया जाए या फिर कैबिनेट मंत्री पंत को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित कर दिया जाए। बैठक में तय हुआ कि सत्र के पहले दिन सोमवार को दिवंगत मंत्री प्रकाश पंत को श्रद्धांजलि दी जाएगी। 25 जून को होने वाले विधायी कार्यों के लिए सोमवार को दोबारा से कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी, जिसमें एजेंडा तय किया जाएगा।
उधर, नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने दो दिन के सत्र पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इसकी अवधि बढ़ाई जानी चाहिए। दो दिन के सत्र में जनसमस्याओं का निस्तारण नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि जहां तक श्रद्धांजलि की बात है तो जब भी सत्र शुरू होता, उसमें पहले दिन श्रद्धांजलि दी जा सकती थी। वहीं, यह भी माना जा रहा है कि सत्र के दूसरे दिन विपक्ष कानून व्यवस्था समेत अन्य मसलों पर सरकार को घेर सकता है।
विधानसभा सत्र को लेकर पुलिस मुस्तैद
विधानसभा सत्र को लेकर एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने रविवार को सुरक्षा में लगने वाले पुलिस बल को ब्रीफ किया। एसएसपी ने कहा कि सभी पुलिसकर्मी निर्धारित समय पर अपने ड््यूटी प्वाइंट पर पहुंच जाएं और दिए गए निर्देशों का अक्षरश: पालन करें। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ड्यूटी में नियुक्त सभी अधिकारी व कर्मचारी समय से अपने ड्यूटी स्थल पर पहुंचकर ड्यूटी के संबंध में जानकारी कर लें। ड्यूटी के दौरान किसी भी प्रकार की अनावश्यक टिप्पणी न करें, किसी भी प्रकार का विवाद होने पर तत्काल उसकी जानकारी अपने प्रभारी अधिकारी को दें। विधानसभा गेट पर नियुक्त कर्मचारी आने वाले व्यक्तियों की भली प्रकार से जांच करें। किसी को भी कोई ज्वलनशील या संदिग्ध वस्तु अंदर न ले जाने दें। बैरियर ड्यूटी पर नियुक्त अधिकारी व कर्मचारी किसी जुूलूस या धरने प्रदर्शन के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी अराजक तत्व बैरियर पार कर विधानसभा के निकट न पहुंचने पाए। ब्रीफिंग के समय एसपी सिटी श्वेता चौबे, एसपी देहात प्रमेंद्र डोबाल, एसपी ट्रैफिक पीसी आर्य व अन्य मौजूद रहे।