देहरादून। मोती बाजार में अतिक्रमण हटाने गई नगर निगम की टीम पर व्यापारियों ने हमला कर दिया। हमले में निगम के कर निरीक्षक बाबूराम का हाथ टूट गया। जिससे निगम कर्मचारियों में रोष पनप गया। विरोध में उन्होंने निगम में तालाबंदी कर दी। दोपहर बाद कर अधीक्षक विनय प्रताप की ओर से लक्ष्मी फर्नीचर के मालिक व कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। बृहस्पतिवार को सुबह करीब 11:30 नगर निगम की टीम मोती बाजार में अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। यहां कई व्यापारियों ने सड़क के बाहर तक अपने सामान रखकर कब्जा किया हुआ था। निगम की टीम ने कार्रवाई शुरू की तो कई व्यापारियों ने पहले ही अपने सामान हटा लिए। जैसे ही टीम लक्ष्मी फर्नीचर पर पहुंची तो यहां टीम के साथ विवाद हो गया। फर्नीचर शोरूम के मालिक व कर्मचारी निगम टीम के साथ हाथापाई पर उतर आए।
उन्होंने निगम की टीम पर हमला कर दिया। हमले में निगम के कर निरीक्षक बाबूराम का हाथ टूट गया। उन्हें दून अस्पताल ले जाया गया, जहां से इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। जैसे ही इस घटना की जानकारी नगर निगम तक पहुंची तो कर्मचारी गुस्से में आ गए। उन्होंने निगम परिसर में नारेबाजी शुरू कर दी। गुस्साए कर्मचारियों ने नगर निगम में बैठे अधिकारियों को बाहर निकालकर तालाबंदी कर दी। निगम का कामकाज ठप हो गया। नगर निगम में गृहकर जमा कराने के साथ ही अन्य कार्यों के लिए आए लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कार्य बहिष्कार की जानकारी मिलने के बाद नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कर्मचारियोें को वार्ता के लिए बुलाया। कर्मचारी यूनियनों के पदाधिकारी व कर्मचारी वार्ता के दौरान इस बात पर अड़ गए कि जब तक मारपीट के आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं कराया जाता, तब तक निगम में कोई काम नहीं होगा। आखिरकार नगर आयुक्त पांडे के इस आश्वासन पर मारपीट में शामिल आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार वापस लिया। दोपहर बाद कर अधीक्षक विनय प्रताप की ओर से लक्ष्मी फर्नीचर के मालिक व कर्मचारियों के खिलाफ तहरीर दी गई। शहर कोतवाल शिशुपाल नेगी ने बताया कि लक्ष्मी फर्नीचर के मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ मारपीट और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।