बागेश्वर: बसपा के कुमाऊं मंडल प्रभारी बसंत कुमार ने कहा कि कुमाऊं स्तर पर अधिकांश पार्टी पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिए हैं। उन्होंने बसपा सुप्रीमो मायावती पर परिवारवाद का आरोप लगाया और कहा कि कांशीराम की विचारधारा वाली पार्टी आज अपने उद्देश्यों से पूरी तरह भटक गई है।
पत्रकारों से बातचीत में कुमाऊं मंडल प्रभारी बसंत ने यह भी कहा कि वह भाजपा-कांग्रेस में शामिल नहीं होंगे। हिमालयन समग्र विकास और शिल्पकार आर्गनाइजेशन के माध्यम से वे सामाजिक और आॢथक क्षेत्र में काम करेंगे। कहा कि 2022 में उनके नेतृत्व में कुमाऊं मंडल में विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने बसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह परिवारवाद की राजनीति कर रही हैं। बसपा का तेजी से जनाधार घट रहा है। कहा कि बसपा के संस्थापक कांशीराम की नीतियों पर चलकर कोई काम नहीं हो रहे हैं। पार्टी हित में काम करने वालों को सम्मान नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा लोकसभा चुनाव में सपा से गठबंधन के बाद बसपा को उप्र में दस सीटों पर विजय हासिल हुई और अब सपा पर ही गठबंधन धर्म न निभाने के आरोप लगा दिए गए।
इन लोगों ने दिया सामूहिक इस्तीफा
बसपा कुमाऊं मंडल प्रभारी बसंत कुमार, अल्मोड़ा जिलाध्यक्ष योगेश कुमार, बागेश्वर जिलाध्यक्ष किशन विश्वकर्मा, पिथौरागढ़ के राजेश कुमार, जिला प्रभारी बागेश्वर राजेंद्र प्रसाद, पूर्व कोषाध्यक्ष श्रीराम, महासचिव बागेश्वर नंदन कोहली, नगर अध्यक्ष भास्कर टम्टा, लोकसभा प्रत्याशी सुंदर धौनी, पालिका प्रत्याशी दीप चंद्र, सेक्टर प्रभारी राजेंद्र प्रसाद आदि।