नई दिल्ली। विश्व कप में टीम इंडिया के बहुचर्चित ‘जर्सी विवाद’ से पर्दा उठता नजर आ रहा है। काफी वक्त से टीम की दूसरी जर्सी को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं कि ये भगवा रंग की होगी। आखिरकार लंबे विवाद और कयासों के बीच शुक्रवार को बीसीसीआई की ऑफिशियल किट स्पॉन्सर नाइकी ने नई जर्सी लॉन्च कर दी।
नई जर्सी में क्या है खास
नई जर्सी का ज्यादातर हिस्सा ऑरेंज (नारंगी) रंग का है। पीछे का हिस्सा तो पूरा इसी रंग में रंगा है, आगे का हिस्सा और कॉलर गहरे नीले रंग का है। इस जर्सी में जो नीला रंग इस्तेमाल किया गया है, वो नियमित नीली जर्सी से भी अलग है और गहरे नीले रंग का है। जर्सी की बाहें भी नारंगी रंग की है और इस पर टीम इंडिया भी नारंगी रंग से ही लिखा गया है। ये जर्सी नियमित जर्सी की तुलना में काफी हल्की बताई जा रही है।
कब इस्तेमाल की जाएगी नई जर्सी
भारत और इंग्लैंड रविवार 30 जून को बर्मिंघम में आमने-सामने होंगे। इस मुकाबले के लिए भारतीय टीम अपनी नियमित नीली जर्सी में नहीं दिखेगी। इंग्लैंड और भारत, दोनों ही वन-डे में नीले रंग की जर्सी पहनते हैं। इस लिहाज से भारतीय टीम को 30 जून वाले मैच के लिए दूसरी जर्सी पहनकर उतरना होगा।
दूसरी जर्सी क्यों पहनेगी टीम इंडिया
आईसीसी के नियम के तहत वर्ल्ड कप में एक जैसे रंग की जर्सी वाली टीमों में से एक टीम को ‘अल्टरनेट जर्सी’ पहनकर उतरना है। मसलन, पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका की टीमें हरे रंग की जर्सी पहनती हैं, लेकिन वर्ल्ड कप मैच के दौरान साउथ अफ्रीका पीले रंग की जर्सी में दिखी थी। इसके साथ ही इंग्लैंड मेजबान है, इसलिए उनको अपनी मुख्य जर्सी पहनने का अधिकार है।
नारंगी का ही इस्तेमाल क्यों
नाइकी ने इस जर्सी को लांच करते हुए कहा कि भारतीय टीम की अवे किट नई पीढ़ी के हार नहीं मानने के जज्बे से प्रेरित है। हाल ही में टीम इंडिया की नई जर्सी लांच की गई थी और ये नई जर्सी भी उसी तरह से आधुनिक जरूरतों को पूरा करती है। नई जर्सी में भी ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिससे खिलाड़ियों को कम पसीना आए।
जमकर मचा था बवाल
इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया कौन सी जर्सी पहनेगी इसे लेकर राजनीतिक दलों की तरफ से भी काफी कुछ कहा जा रहा था। कई दलों की तरफ से तिरंगे के अपमान की भी बात कही गई थी। कांग्रेस और सपा ने तो इसे खेल का भगवाकरण बता दिया था। आपको बता दें कि टीम इंडिया इस वक्त विश्व कप में काफी अच्छी स्थिति में है और अंकतालिका में 11 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है। भारतीय टीम को सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए सिर्फ एक मैच में जीत दर्ज करने की जरूरत है।