जब मुठभेड़ में हुआ आमना-सामना तो रिश्ता हुआ ताड-ताड 

सुकमा । नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में आए दिन नक्सलियों और पुलिस के बीच मुठभेड़ की खबर आती है, लेकिन बीते दिनों एक ऐसी नक्सल मुठभेड़ हुई जो चर्चा का विषय बन गई। दरअसल, इस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भाई और उसकी सगी नक्सली बहन में भी मुठभेड़ हुई थी। हालांकि, पुलिस की जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली जंगल में भाग गए थे।यह कहानी है नक्सली कमांडर वेट्टी रामा की, जो पहले नक्सली संगठन से जुड़े थे, लेकिन अब पुलिस के साथ मिलकर नक्सलियों की कब्र खोदने में लगे हैं, वहीं वेट्टी रामा की बड़ी बहन वेट्टी कन्नी अभी भी नक्सली संगठन के साथ ही जुड़ी हुई है। ऐसे में बीते दिनों 29 जुलाई को बालकातोंग में एक मुठभेड़ के दौरान दोनों भाई-बहन का आमना सामना हो गया। दोनों तरफ से जमकर फायरिंग हुई और आखिरकार नक्सलियों को भागना पड़ा।सूत्रों ने बताया कि वेट्टी रामा ने मुख्यधारा से जुड़ने के बाद कई बार बहन को भी समझाने की बहुत कोशिश की और बार-बार पत्र लिखकर मनाने की कोशिश की, लेकिन उसकी बहन ने साफ कह दिया कि वह नक्सली संगठन के लिए ही काम करेगी और बार-बार मुझे इस तरह के पत्र न लिखे जाएं।गौरतलब है कि वेट्टी रामा पहले नक्सली संगठन से जुड़ा था, लेकिन 13 अक्टूबर 2018 को हथियार के साथ पुलिस के समझ आत्मसमर्पण कर दिया। राम ने करीब 23 साल तक नक्सली संगठन के साथ काम किया और संगठन को मजबूत करने का काम किया था। उस पर पुलिस ने आठ लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था। वहीं उसकी बड़ी बहन भी कई वर्षों से नक्सली संगठन के लिए काम कर रही है। दोनों भाई-बहन गगनपल्ली के रहने वाले हैं।पिछले 29 जुलाई को सुरक्षाबल के साथ वेट्टी रामा एक ऑपरेशन के लिए बालकातोंग नक्सल इलाके में गया तो अचानक उसकी बहन वेट्टी कन्नी दिखाई दी। करीब 200 मीटर दूर से रामा ने उसे पहचान लिया। अभी वह कुछ बोल पाते कि उस बीच दोनों ओर से फायरिंग शुरू हो गई और देखते ही देखते बहन आंखों के सामने गायब हो गई। ऑपरेशन के बाद वेट्टी रामा लगातार पता लगा रहे हैं कि बहन किस स्थिति में है।

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