देहरादून। आज दिनांक 24 अगस्त 2019 को बिग ब्रेक स्टूडियो में भारतवर्ष से लेखक लिटीट्यूड लिटफेस्ट के लिए एकत्र हुए। जिसका आयोजन उत्तराखंड लिटरेरी सर्किल की ओर से किया गया।
इस अवसर पर डॉ जयदीप सिंह चड्ढा जो कि जानेमाने कार्डियोलॉजिस्ट है कि बुक प्लीज मॉम इट्स मई लाइफ का सेशन रखा गया जिसे तलविंदर कौर ने संचालित किया। यहाँ पर ये भी बताते ही बनता है कि डॉ चड्ढा की बुक जो कि दसवीं कक्षा के छात्रों को नजर में रख के लिखी गई है कि 10000 से अधिक कॉपीज कुछ ही हफ्तों में बिक गई है। लखनऊ से आये लेखक विवेक पंडित ने अपनी पुस्तक श्रानीश् में बाज बहादुर और रानी रूपमती की कहानी से श्रोताओं को आकर्षित किया जिसे बहुत सराहा गया, सत्र का संचालन गुरमिंदर चड्ढा ने किया। चंडीगढ़ से आई अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लेखिका लिली स्वर्ण का सत्र अदिति अदिति अहलूवालिया द्वारा संचालित किया गया और उन्होंने लिली कि पुस्तक हिस्ट्री ऑन माई प्लेट से बहुत सी उपयोगी जानकारी निकली। हम्बल रसगुल्ला कहानी ने दो भारतीय राज्यों के बीच विवाद का विषय बताकर दर्शकों पर प्रभाव डाला। खाद्य इतिहास संबंधी कहानियों के उनके संग्रह ने लोगों को इतना प्रभावित किया कि श्रोताओं का मन नहीं भर रहा था। तीन इंटेंस सत्रों के बाद अब समय था कुछ कविताओं का।
दिल्ली से आई दिव्य बंसल और हमारे उत्तराखंड के जानेमाने कवि मुकेश बंसल ने अपनी कुछ चुनिन्दा कवितायें पढ़ी और खूब वाहवाही लूटी। सिमी शर्मा में पूरे सत्र का बहुत ही खूबी के साथ संचालन किया।
दिन का आखिरी सत्र आगामी स्थानीय लेखन प्रतिभा के लिए समर्पित था।मसूरी की जीनैदा क्यूबिनज, जो एक लेखक भी हैं, ने उनसे बातचीत की और उन्होंने लेखन जगत में अपने अनुभव साझा किए। इस लिटरेचर फेस्टिवल के आयोजन का मुख्य उद्देश्य हमारे सभी लेखकों ध् कवियों को उनके कामों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच देने के अलावा, लेखन प्रतिभा को प्रदर्शित करना था। इस आयोजन को युवा आयोजकों सिमी शर्मा और अनिल शर्मा द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।सिमी शर्मा स्वयं एक लेखिका है। अनिल शर्मा ने आयोजक ने कहा कि वे इस आयोजन से बहुत खुश है।