देहरादून। उत्तराखंड परिवहन महासंघ ने केंद्रीय परिवहन मोटरयान अधिनियम का विरोध किया है। साथ ही महासंघ ने 16 सितंबर को चक्का जाम की चेतावनी दी है। बृहस्पतिवार को महासंघ के अध्यक्ष संजय शास्त्री की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी यूनियनों के पदाधिकारियों और सदस्यों ने इस एक्ट का विरोध किया। महासंघ के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने कहा कि इस एक्ट के लागू होने से वाहन स्वामियों को पुलिस और इंस्पेक्टर राज का सामना करने के साथ ही भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि खासकर ट्रांसपोर्टरों को इस व्यवस्था से सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। बैठक में निर्णय लिया गया है कि महासंघ का एक प्रतिनिधि मंडल 12 सितंबर को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और परिवहनमंत्री के अलावा परिवहन सचिव से वार्ता कर परिवहन व्यवसायियों की समस्याओं से अवगत कराएगा। वार्ता से अगर कोई हल नहीं निकला तो महासंघ की ओर से 16 सितंबर को सांकेतिक चक्का जाम किया जाएगा। इसके बाद भी शासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया जाएगा।
इसके लिए एक समिति का गठन किया गया है। इसमें संजय शास्त्री को अध्यक्ष मनोनीत किया गया है। इस अवसर पर जगमोहन सकलानी, दिनेश बहुगुणा, मनोज ध्यानी, विनय सारस्वत, भानुप्रकाश रांगड़, भगवान सिंह राणा, महावीर बहुगुणा, सुधीर राय, सत्यदेव उनियाल, जीत सिंह, देवी उनियाल, विजय डंडरियाल, अनिल कुमार, संजय अरोड़ा, सत्यनारायण शर्मा, भगवान सिंह, कुंवर सिंह, चंदन सिंह, बलवीर सिंह, राकेश सेमवाल, नवीन रमोला आदि मौजूद रहे।