प्रदेश की सबसे बड़ी जेल हरिद्वार जिला कारागार से 88 सजायाफ्ता कैदियों को सेंट्रल जेल सितारगंज शिफ्ट कर दिया गया है। करीब 950 कैदी क्षमता वाली हरिद्वार जेल में कैदियों की संख्या 1300 के पार है। स्टाफ की कमी के बीच कैदियों का दबाव कम करने के लिए 88 कैदियों को सितारगंज शिफ्ट कर दिया गया है। इनमें करीब 40 कैदी कुमांऊ मंडल और बाकी उत्तर प्रदेश के हैं।
जिला कारागार हरिद्वार में कई साल से क्षमता से अधिक कैदी बंद हैं। नियमानुसार सिद्धदोष कैदियों को सेंट्रल जेल में रखा जाता है। मगर हरिद्वार जिला कारागार में सिद्धदोष कैदियों की संख्या भी 400 के पार है। जबकि जेल में स्टाफ की भारी कमी है। कारागार में एक अधीक्षक व एक जेलर ही तैनात हैं। डिप्टी जेलर के सातों पद खाली हैं। बंदी रक्षकों के 140 पदों के सापेक्ष करीब 85 बंदी रक्षक ही तैनात हैं। जिला कारागार में पदों का यह ढांचा 950 कैदी संख्या पर है। जबकि जेल में 1300 से अधिक कैदी बंद हैं। कैदी संख्या के लिहाज से स्टाफ भी दोगुना होना चाहिए।