कानपुर: जाड़े के मौसम में ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होने से लोगों पर हार्ट और ब्रेन अटैक का खतरा बना हुआ है। लोगों की अचानक तबियत बिगड़ती है और सांस में तकलीफ होने लगती है। चक्कर आने के बाद मौत हो जा रही है। गुरुवार को 12 लोगों की मौत हो गई। इसमें हार्ट अटैक से छह, ब्रेन अटैक से चार और दो सीओपीडी के रोगियों की मौत हो गई है। इसके अलावा ब्रेन हेमरेज के रोगियों को गंभीर हालत में हैलट इमरजेंसी में भर्ती किया गया। इसी तरह सीने के दर्द के लक्षण के साथ एंजाइना के रोगियों का कार्डियोलॉजी में भोर से सिलसिला शुरू हो गया। निजी कंपनी में नौकरी करने वाले रामबाग के सोनू मिश्रा (35) की हार्ट अटैक से मौत हो गई। सोनू अपने आफिस में रहे हैं। उनकी अचानक तबियत बिगड़ी। घबराहट और उल्टी हुई। उनके साथ सोनू को लेकर कार्डियोलॉजी गए। वहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसी तरह मंधना के रामसेवक (55), नानकारी क्षेत्र के राजेंद्र कुमार (56), रावतपुर की किश्वरी (48), फजलगंज की रेनू (52) और काकादेव के नितेश (49) की हार्ट अटैक से मौत हुई। उन्हें क्षेत्रीय डाक्टरों के यहां से कार्डियोलॉजी भेजा गया। लेकिन बीच में ही सांसें थम गईं।