नई दिल्ली। बजट से पहले ही अर्थव्यवस्था पर छिड़ी बहस में कांग्रेस और भाजपा के बीच तुलनात्मक आंकड़ों की जंग छिड़ गई। कांग्रेस के जवाब में ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने अर्थव्यवस्था के सभी अहम पहलुओं की ताजा हालत की तुलना कांग्रेस राज से कर के बताया कि किस तरह महज ढाई साल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था ने भारी बदहाली की स्थिति से निकल कर दोबारा दुनिया में सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल कर लिया है। पिछली सरकार की बदहाली का ध्यान दिलाते हुए गोयल ने कहा, याद कीजिए 2014 में जब संप्रग सरकार जा रही थी, ‘तब भारत को विश्व की सबसे नाजुक अर्थव्यवस्था बताया जा रहा था। भ्रष्टाचार और मनमानी के आधार पर सरकार चल रही थी। सभी मान रहे थे कि वह नीतिगत जड़ता का शिकार हो गई थी। केंद्र और राज्य सरकारों में दरार बढ़ती जा रही थी। सड़क, रेलवे, बिजली, कोयला, स्टील सभी बुनियादी क्षेत्र में काम ठप था। औद्योगिक मांग और आउटपुट कम था। नए प्रोजेक्ट नहीं के बराबर आ रहे थे।’
इसकी तुलना मौजूदा स्थिति से करते हुए उन्होंने कहा जो परिस्थितियां मिली थी, उसके बावजूद प्रधानमंत्री मोदी सरकार को देखें तो पिछले ढाई साल मे इतनी तेजी से सुधार लाया गया है। नीतिगत जड़ता, भ्रष्टाचार और मनमानी के आधार पर होने वाले फैसलों की व्यवस्था को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। रेलवे, रोड और ग्रामीण सड़कों में ऐतिहासिक काम हुआ है। 70 वर्ष से त्रस्त गरीबों को स्वरोजगार बढ़ाने के लिए तेजी से काम हुआ है। मनरेगा में आज तक के इतिहास में सबसे अधिक पैसा दिया गया। महंगाई, चालू खाता का घाटा, जीडीपी विकास दर, 6.1 फीसदी थी। विदेशी मुद्रा रिजर्व जैसे कई मानकों पर भी उन्होंने कांग्रेस का आरोपों का जवाब दिया। मौजूदा स्थिति का ब्योरा देते हुए गोयल ने कहा, आज उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर महंगाई दर 3.5 प्रतिशत रह गई है। इसी तरह थौक मूल्य सूचकांक के आधार पर महंगाई दर दो पर ही है।