देहरादून। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कांग्रेस पार्टी द्वारा जारी घोषणा पत्र पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा की आज जो घोषणा पत्र जारी किया गया वह ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी राज्य बनाने के बाद इस राज्य में पहली बार चुनाव लड़ रही है।
2002, 2007, 2012 के कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र अगर पढ़ा जाये तो यह घोषणा पत्र उन पुराने घोषणा पत्रों की फोटो-स्टेट साबित होगा। 2012 में जो घोषणा पत्र जारी किया गया था उस घोषणा पत्र के 90 प्रतिशत वादे आज भी मात्र घोषणा ही है। उक्त घोषणा पत्र में जनता को दिगभ्रमित करने के अलावा कुछ भी नया नहीं है। पाँच वर्ष सरकार चलाने के बाद कोई राजनैतिक दल शिक्षा स्वास्थ एवं कानून व्यवस्था को सुधारने एवं विकास करने के बात कहे तो इससे आश्चर्यजनक कुछ भी नहीं हो सकता। 2012 में बेरोजगारो को रोजगार देने की बात कही थी परन्तु पाँच वर्ष बीतने के बाद सरकार युवा स्मार्ट-कार्ड योजना लाने की बात कर रही है। साथ ही कांग्रेस पार्टी को सरकार में रहते हुए न भ्रष्टाचार व विकास की याद आयी, न भ्रष्टाचार को समाप्त करने की। भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस से सवाल किया की भ्रश्टाचार को समाप्त करने के लिए 2011 में जो लोकपाल बिल बनाया गया था उसे विधानसभा से पारित कर महामहिम राष्ट्रपति को भेजा गया था। उसे महामहिम स्वीकृत प्रदान कर विधेयक बनाने की स्वीकृति प्रदान की गयी थी। उत्तरखण्ड विधानसभा भेजा गया परन्तु देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ महामहिम के हस्ताक्षर के बाद भी भ्रष्टाचार को समाप्त करने वाले यह विधेयक पारित नहीं हो पाया। इससे ज्यादा दूर्भाग्य इस प्रदेष का क्या हो सकता है। विकास की बात करने वाले सरकार केन्द्र द्वाराभेजा गया हजारों करोड़ रूपया जो एन0एच0 प्रधानमंत्री सड़क योजना, समाज कल्याण योजना पर आज तक खर्च नहीं
कर पायी ऐसी सरकार से क्या उम्मीद की जाये। भाजपा वर्तमान चुनाव को विकास को मध्यनजर रखकर और उत्तराखण्ड को सवारने-सजाने के साथ-साथ उत्तराखण्ड के सम्मान को बराबर रखने के लिए लड़ रहीं है। परन्तु कांग्रेस पार्टी उत्तराखण्ड में अपनी अस्तित्व को बचाने के लिए चुनाव लड़ रही है। प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा की यह प्रदेश का सौभाग्य (संयोग) है कि केन्द्र में भाजपा की सरकार है और राज्य में भाजपा की सरकार बननेजा रही है।