रेलवे ने काम नहीं करने वाले कर्मचारियों को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देकर उनसे छुटकारा पाने का फैसला किया है। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘यह पहले ही दो-तीन मामलों में किया जा चुका है जहां संबंधित कर्मचारियों को गैर निष्पादक पाकर उन्हें नौकरी से चले जाने को कहा गया क्योंकि उन्हें रेल प्रशासन में गैर जरूरी समझा गया।’’
हाल ही में दो आईपीएस अधिकारियों को कार्यनिष्पादन के आधार पर अनिवार्य तौर पर सेवानिवृत कर दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि और ऐसे कर्मचारियों को जाने को कहा जा सकता है क्योंकि समीक्षा प्रक्रिया चल रही है। रेलवे का यह कदम प्रशासन में जवाबदेही लागू करने के सरकार के अभियान का हिस्सा है। इस मुद्दे पर फैसला करते वक्त कार्यनिष्पादन के अलावा अनुशासनहीनता, ईमानदारी की कमी जैसे कारक भी ध्यान में रखे जाते हैं।