नई दिल्लीः विभिन्न दलों के नेताओं, परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने राज्य सभा सदस्य अमर सिंह को सोमवार को श्रद्धांजलि दी। सिंह का दो दिन पहले सिंगापुर के एक अस्पताल में निधन हो गया था।
राज्यसभा सदस्य अमर सिंह के पार्थिव शरीर का सोमवार को दिल्ली के छतरपुर में उनके परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दो दिन पहले उनका सिंगापुर के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। अंतिम संस्कार सुबह 11 बजकर 30 मिनट पर हुआ और उनकी दोनों बेटियों ने चिता को मुखाग्नि दी।
कोरोना वायरस की महामारी की चलते लागू नियमों की वजह से उनका अंतिम संस्कार सीमित लोगों की उपस्थिति में हुआ। इस मौके पर अभिनेत्री से राजनेता बनी जया प्रदा भी मौजूदा रहीं जो उन्हें अपना गॉडफादर मानती हैं।
इससे पहले रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया और जया प्रदा उन लोगों में शामिल रहे जिन्होंने पूर्व समाजवादी पार्टी नेता के छतरपुर आवास जाकर सबसे पहले श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर सिंह की पत्नी पंकजा सिंह और दोनों बेटियां मौजूद रही।
अमर सिंह का पार्थिव शरीर रविवार शाम को विशेष विमान से दिल्ली लाया गया था। उल्लेखनीय है कि 64 वर्षीय अमर सिंह का गत छह महीने से सिंगापुर के अस्पताल में इलाज चल रहा था और वर्ष 2013 में उनके गुर्दे का प्रतिरोपण भी हुआ था।
सिंह के पार्थिव शरीर को रविवार शाम यहां एक चार्टर्ड विमान से राष्ट्रीय राजधानी लाया गया। उनका अंतिम संस्कार आज यहां छतरपुर श्मशान घाट में किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा से राज्यसभा के सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया और सिंह को अपना ‘गॉडफादर’ मानने वाली जया प्रदा ने समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता को उनके छतरपुर स्थित फार्महाउस में सबसे पहले पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
सिंह की पत्नी पंकजा सिंह और उनकी दोनों बेटियां वहां मौजूद थी। कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते, सिंह का अंतिम संस्कार सीमित लोगों की मौजूदगी में किया जाएगा। सिंह (64) का छह महीने से सिंगापुर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था और इससे पहले 2013 में उनके गुर्दे का प्रतिरोपण हुआ था।