टिहरी। टिहरी में प्रतापनगर क्षेत्र के गांवों में गुलदार का आतंक बना हुआ है। बीती शाम को देवल गांव की एक सात साल की मासूम बच्ची को गुलदार ने घर के आंगन से उठाकर मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बाद देवल गांव में मातम पसरा हुआ है। क्षेत्र के लोगों ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर मार गिराने की मांग की है। वहीं, डीएफओ डा. कोको रोसे ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगा दिया गया है। गांव में फॉक्स लाईट, ट्रैपिंग कैमरे लगाए जाएंगे ताकि जल्द गुलदार को पकड़ जा सके।
सोमवार शाम को देवल गांव निवासी प्रकाश नौटियाल की सात साल की बेटी पूजा अकेले ही अपने पुराने घर से 500 मीटर दूरी पर इजर नामे तोक में बने नए घर लौट रही थी। घर के पास ही घात लगाए बैठे गुलदार ने उस पर हमला कर मौत के घाट उतार डाला। रात नौ बजे पूजा का का शव खेतों में पड़ा मिला। मंगलवार को सीएचसी चैंड-लंबगांव में मृतका का पोस्टमार्टम किया गया। घटना के बाद से ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतका के पिता मुंबई होटल में नौकरी करते हैं, जो इन दिनों गांव में है। पूजा सहित उसकी चार बेटियां और एक पुत्र है। ग्रामीणों ने बताया एक माह से पूरे क्षेत्र में गुलदार की धमक बनी हुई है। गुलदार ने ओणेश्वर मंदिर के पास कुछ दिन पूर्व गाय को शिकार बनाया था, जबकि कई कुत्तों पर हमला भी कर चुका है। रेंजर लक्की शाह ने बताया पीड़ित परिवार को तीन लाख के सापेक्ष की प्रथम किस्त 90 हजार रूपये दे दिए हैं। शेष राशि पीएम रिपोर्ट के बाद दी जाएगी। गुलदार को पकडने के लिए घटना स्थल पर एक पिंजरा और चामा नामे तोक भी दूसरा पिंजरा लगाया है। टिहरी जिले में गुलदार और मानव के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ती जा रही है। पिछले दो सालों में गुलदार तीन लोगों को मौत के घाट उतार चुका है। जबकि छह लोग गुलदार के हमले में गंभीर रूप से घायल हुए है। वन विभाग को इस अवधि में दो गुलदार पिंजरे में कैद करने में सफलता भी मिली है। जबकि एक नरभक्षी गुलदार को मार गिराना पड़ा।