कोरोना वायरस के बारे में आमतौर पर अब तक यह सबसे ज्यादा प्रमुख धारणा है कि यह वायरस फेफड़ों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। इससे फेफड़ों में संक्रमण बढ़ने और शरीर में ऑक्सीजन का स्तर घटने से मरीज की जान खतरे में पड़ जाती है।
लगातार बढ़ रहे मरीजों की केस हिस्ट्री और कोरोना का घातक वायरस दिल दिमाग, आंख और किडनी जैसे शरीर के विभिन्न अंगों को क्षतिग्रस्त कर रहा है। इससे हार्टअटैक, ब्रेन स्ट्रोक और किडनी खराब होने के साथ ही मल्टी ऑर्गन फेल होने की समस्या सामने आ रही है। विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के गंभीर मरीजों में थ्रोम्बोसिस नामक बीमारी पैदा हो रही है। इसमें शरीर में असामान्य रूप से खून के थक्के जमने शुरू हो जाते हैं। जो दिमाग और दिल तक पहुंचने से हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक जैसी समस्याएं पैदा करते हैं।