उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भूमि वन संरक्षण वन प्रभाग में महिला वनकर्मी से अभद्र व्यवहार और आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में वन दरोगा को निलंबित कर दिया गया है। महिला वनकर्मी ने वन क्षेत्राधिकारी और एसपी को पत्र लिखकर वन दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। विभागीय महिला शिकायत निवारण समिति ने प्रारंभिक जांच की। जांच के बाद वन संरक्षक भागीरथी वृत्त ने वन दरोगा को निलंबित करने के आदेश जारी किए।
15 जुलाई को वन क्षेत्राधिकारी इंद्रावती रेंज कोटबंगला को लिखे शिकायती पत्र में महिला वनकर्मी ने वन दरोगा रविंद्र प्रसाद चमोली पर अभद्र व्यवहार और आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। महिला वनकर्मी ने बताया था कि वह वन आरक्षी पद पर तैनात है। वन दरोगा रविंद ने नौ माह पूर्व नवंबर 2020 में विभागीय कार्य के दौरान उसे गलत तरीके से छुआ। उसके चरित्र को लेकर घटिया टिप्पणी की। चेतावनी के बाद भी उसके व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आया।
आरोप है कि वन दरोगा ने कार्यालय के काम से कई बार उसके घर आने की कोशिश की। उसने 10 जुलाई को विभागीय भ्रमण के दौरान दोबारा उसके चरित्र को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की। साथ ही चरित्र हनन की कोशिश की। महिला वनकर्मी ने एसपी को भी शिकायती पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। महिलाकर्मी ने वन दरोगा पर व्हाट्सएप पर अश्लील मैसेज भेजने का भी आरोप लगाया। प्रभागीय वनाधिकारी बाबू लाल ने बताया कि महिला वनकर्मी की शिकायत पर चार सदस्यीय विभागीय समिति ने मामले की जांच की थी। रिपोर्ट के आधार पर उच्चाधिकारियों ने वन दरोगा को निलंबित करते हुए नरेंद्रनगर वन प्रभाग मुनिकीरेती से संबद्ध किया है।