देहरादून। नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का दो दिवसीय दौरा उत्तराखंड के लिए निराशाजनक रहा। इससे पहाड़ की जनता खुद को ठगा सा महसूस कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. हृदयेश ने एक बयान में कहा कि शाह के दौरे से जनता को उम्मीद थी कि वह राज्य को कुछ सौगात देकर जाएंगे, लेकिन शाह इस दौरे में अपनी पीठ खुद थपथपाकर चले गए। उन्होंने बढ़ती महंगाई कम करने या खत्म करने को कोई दिशा-निर्देश अपनी सरकार को नहीं दिए।
उन्होंने कहा कि इस समय जनता न तो सब्जी खा सकती और न दाल-रोटी। सब्जियों व खाद्यान्न के दाम आसमान छू रहे हैं। डीजल और पेट्रोल के बढ़े दामों को कम करने पर शाह ने कुछ नहीं कहा, जबकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम कम हैं। किसान के पास डीजल खरीदने को पैसा नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान कर्ज के चलते आत्महत्या को मजबूर हैं, लेकिन किसानों के कर्ज माफी को लेकर शाह चुप रहे। कर्ज माफी के वायदे पर भाजपा ने अमल नहीं किया। सरकार की नीतियों से राज्य में बेरोजगारी बढ़ रही है। युवा निराश हैं।
रोजगार उपलब्ध कराने के मामले में भी शाह कुछ नहीं बोले। विमुद्रीकरण से देश की आर्थिक विकास दर पिछले कई वर्षों की तुलना में अत्यंत निम्न स्तर पर आ गई है। पहाड़ के ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे व्यापक पलायन के बारे में कोई समाधान प्रस्तुत नहीं किया जा सका है। आपदा से प्रभावित गांवों के पुनर्वास के संबंध में सरकार को कोई दिशा-निर्देश देने की जरूरत नहीं समझी।