मसूरी। देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह इन दिनों उत्तराखंड के दौरे पर हैं इसी दौरान उन्होंने प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों को सुशासन का पाठ पढ़ाते हुए नसीहत दी कि अधिकारी बनने पर कुर्सी का अहंकार कभी न पालना। उन्होंने कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ गरीबों तक पहुंचाने के साथ ही वे भयमुक्त शासन कायम करें।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी के संपूर्णानंद सभागार में अखिल भारतीय सिविल सर्विसेज के फेज एक के प्रशिक्षुओं और फेज पांच के अफसरों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दशहरे पर हमें राम और रावण के चरित्र से सीख लेनी चाहिए। कहा कि रावण अहंकारी था और अहंकार का खामियाजा मनुष्य का कभी न कभी भुगतान पड़ता है। उन्होंने कहा कि यदि अफसर खुद को जनता का सेवक मानेंगे तो उन तक आम आदमी की पहुंच भी आसान होगी। उन्होंने आपातकाल के दौरान जेल में बिताए दिनों को याद करते हुए कहा कि लोकतंत्र में लोक हित सर्वोपरि है।
बदरीनाथ रवाना होने से पहले उन्होंने मूसरी के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजा अर्चना और उसके बाद कंपनी गार्डन व मालरोड की सैर भी की। हेलीपैड पर गृहमंत्री भाजपा विधायक गणेश जोशी और पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की। इस दौरान मंडलाध्यक्ष मोहन पेटवाल मंडल महामंत्री कुशाल राणा, मीरा सकलानी, मदन मोहन शर्मा, राकेश रावत और पूर्व मंडलाध्यक्ष रुप सिंह कठैत मौजूद थे।