उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दो चरणों का मतदान पूरा हो चुका है। अब सभी की निगाहें तीसरे चरण पर है। यही कारण है कि सभी बड़े नेताओं ने तीसरे चरण की सीटों की तरफ अपनी नजर कर ली है। शायर अहमद सलमान की इन पंक्तियों जैसे ही तेवर हैं चुनावी समर में ताल ठोक रहे बागियों के। टिकट क्या कटा, बागी हो गए। हर मंच पर अपने जख्म दिखा रहे हैं। कुर्बानियों का बखान कर रहे हैं। शोले उगल रहे हैं। सियासी इंतकाम लेने की कसमें खा रहे हैं। अपना खेल बने या न बने, खेल बिगाड़ेंगे जरूर। हालांकि, यह कोई नई बात नहीं। हर चुनाव में होता है। अतीत के आईने में झांकें तो प्रदेश में हर चुनाव में कई सीटें मिल जाएंगी जहां बागियों ने खेल बिगाड़ा।