हरिद्वार महाकुंभ में कोरोना जांच घोटाले की ही तरह अब एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। आंध्र प्रदेश के तिरुपति निवासी पीएचडी के एक छात्र ने इस मामले में हरिद्वार के जिलाधिकारी और एसएसपी से शिकायत की है। मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ ऑफिस ने कोरोना की जांच करने वाली कंपनी को नोटिस भेजा है। कंपनी से तीन दिन में जवाब देने को कहा गया है।
आंध्र प्रदेश के तिरुपति के रहने वाले सौरव भट्टाचार्जी गतवर्ष 23 दिसंबर को उत्तराखंड रोडवेज की बस से दिल्ली से रुड़की आ रहे थे। इस दौरान नारसन बॉर्डर पर रात साढ़े नौ बजे बस रोकी गई। यहां एक पुलिसकर्मी ने उनसे और अन्य यात्रियों से उनके आधार कार्ड और फोन नंबर मांगे।
कोविड जांच
बाद में सौरव को अपने मोबाइल फोन पर कोविड जांच के लिए नमूना लिए जाने का मैसेज मिला। इस पर सौरव को हैरानी हुई क्योंकि उनका कोई सैंपल लिया ही नहीं गया था। इस पर सौरव ने उत्तराखंड पुलिस के उच्चाधिकारियों समेत हरिद्वार के जिलाधिकारी को ईमेल के माध्यम से शिकायत दर्ज भेजी है। सौरव ने कोविड जांच में बड़े फर्जीवाड़े की आशंका जताते हुए जांच की मांग की है।