देहरादून। पहाड़ों की रानी मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी (एलबीएसएनएए) के दो दिवसीय प्रवास के अंतिम दिन शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘योग गुरु’ की भूमिका में नजर आए। उन्होंने न सिर्फ प्रशिक्षु आइएएस अधिकारियों, बल्कि भावी पीढ़ी को भी योग के महत्व से अवगत कराया। साथ ही योग एवं प्राणायाम के अभ्यास भी किए। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों एवं बच्चों से कहा कि वे योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं।
मसूरी में शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के दिन की शुरुआत मॉर्निंग वॉक से हुई। हालांकि, उनके तय कार्यक्रम में मॉर्निंग वॉक शामिल नहीं थी, लेकिन सुबह करीब छह बजे वह एलबीएसएनएए परिसर से सैर के लिए निकले और कंपनी गार्डन रोड तक भ्रमण किया। इस दौरान अकादमी गेट के आसपास के क्षेत्र में तैनात सुरक्षाकर्मी भी सकते में आ गए। आनन-फानन क्षेत्र को जीरो जोन किया गया।
कुछ देर सैर के बाद वह एलबीएसएनएए चले गए और फिर प्रशिक्षु अधिकारियों के साथ ही केंद्रीय विद्यालय के 35 बच्चों के साथ योग किया। योग कक्षा की शुरुआत प्रार्थना से हुई। इसके बाद प्रधानमंत्री समेत सभी ने करीब 45 मिनट तक ताड़ासन, वृक्षासन, अद्र्धचक्रासन, वज्रासन, भद्रासन, शशांकासन, समेत अन्य आसनों के साथ प्राणायाम का अभ्यास किया। इस मौके पर अधिकारियों व बच्चों से संक्षिप्त बातचीत में प्रधानमंत्री ने योग-प्राणायाम के महत्व को रेखांकित किया।
‘कभी सोचा नहीं था कि मोदी सर से मिलेंगें’
मसूरी के केंद्रीय विद्यालय एलबीएसएनएए के कक्षा छह से नौ तक के 35 चयनित विद्यार्थियों के लिए शुक्रवार का दिन यादगार बन गया। यह स्वाभाविक भी था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन बच्चों के साथ न सिर्फ योगाभ्यास किए, बल्कि करीब 10 मिनट तक बातचीत भी की। इससे न सिर्फ ये विद्यार्थी, बल्कि विद्यालय प्रशासन भी गदगद है। साथ ही बच्चों में इसका मलाल रहा कि समयाभाव के चलते वे प्रधानमंत्री से सवाल नहीं पूछ पाए, वहीं विद्यालय प्रशासन के मन भी टीस रही कि काश प्रधानमंत्री उनके विद्यालय का भी भ्रमण करते।
प्रधानमंत्री के साथ करीब 55 मिनट (45 मिनट योग और 10 मिनट बातचीत) की यादगार मुलाकात के अनुभवों को केवि के छात्रों ने साझा किया। आयुष रावत, उषा यादव, कुसुम कैंत्यूरा, वंशिका और आयुषी का कहना था कि पीएम सर को अपने बीच पाकर वे खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। योग के बाद प्रधानमंत्री ने सभी बच्चों से पूछा-‘योगा करते हो, आसन और प्राणायाम के बारे में जानते हो’, इस सवाल पर उन्हें बताया गया कि स्कूल में रोजाना सुबह योग कक्षा चलती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चों योग का साथ कभी न छोडऩा। बच्चों के मुताबिक फिर पीएम सर ने पूछा कि कौन-कौन से खेल खेलते हो, इस बारे में किसी ने ताइक्वांडो, किसी ने स्केटिंग, टेबल टेनिस आदि के बारे में बताया तो प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करें।
प्रधानमंत्री के मित्रवत व्यवहार से बच्चे अभिभूत दिखे। अभिषेक रावत, हार्दिक राय, इंशा असलम समेत अन्य छात्रों की प्रतिक्रिया देखिये-‘पीएम सर ने काफी फ्रेंडली बात की। हमने सोचा नहीं था कि पीएम हमारे बीच आकर और साथ बैठकर योग करेंगे। यह बेहद यादगार पल थे।’ छात्रों के मुताबिक वे पीएम से सवाल पूछना चाहते थे कि उन्होंने पूरे भारत को कैसे संभाला हुआ है, लेकिन समय नहीं था, इसलिए नहीं पूछ पाए। वहीं, विद्यालय के प्रधानाचार्य दीपक डबराल ने कहा कि यह यादगार मौका था, जब पीएम उनके विद्यालय के बच्चों के बीच थे। वह कहते हैं कि काश, पीएम उनके विद्यालय में भी आते।