छात्रों के दो गुटों के बीच चली आ रही रंजिश के कारण पांच-छह नकाबपोशों ने एक युवक को घेर लिया और दिनदहाड़े बीच चौराहे पर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर उसे अधमरा कर दिया। आस-पास के दुकानदार घायल को ई-रिक्शे में डालकर सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
रामपुर जिले के थाना स्वार के अंतर्गत ग्राम सलारपुर निवासी रमेश कांबोज का परिवार 18 साल पहले केलाखेड़ा के ग्राम रामनगर में आकर बस गया था। रमेश कांबोज टेंपो चलाकर परिवार का भरण पोषण करते हैं। उनका इकलौता बेटा विशाल बुधवार दोपहर करीब 1:15 बजे अपने दो दोस्तों के साथ कार से बाजपुर जा रहा था। मुडिया तिराहे पर स्थित जूस कार्नर के सामने कार चला रहे युवक ने गाड़ी रोकी और विशाल जूस लेने के लिए कार से उतरा।
इसी बीच वहां खड़े पांच-छह नकाबपोश हमलावर उसे लोहे की रॉड, लाठी-डंडों से पीटने लगे। यह देख विशाल के साथी कार लेकर वहां से भाग खड़े हुए। आसपास के दुकानदारों ने विशाल को बेहोशी की हालत में सीएचसी पहुंचाया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। विशाल रमेश ककंबोज का इकलौता बेटा था। वह दिल्ली में फोटोग्राफी करता था।
हत्या की सूचना पर कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी, एसएसआई विक्रम सिंह धामी, एसआई राकेश कठायत व भगवान गिरी गोस्वामी आदि भी सीएचसी पहुंचे। पुलिस ने शव का पंचनामा भरा और घटनास्थल का निरीक्षण किया। दिनदहाड़े हुई हत्या से बाजपुर में सनसनी फैल गई। पुलिस ने घटना के संबंध में मृतक के परिजनों से जानकारी जुटाई। एसपी चंद्रमोहन ने बताया कि हत्याकांड के खुलासे के लिए पांच टीमों का गठन कर दिया है। परिवार वालों का कहना है कि विशाल का कुछ समय पहले एक स्कूल के छात्रों से विवाद हुआ था और उसके बाद छात्रगुटों में कई बार भिड़ंत हुई थी। इस मामले में तहरीर देने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
विशाल हत्याकांड में पांच आरोपियों का हाथ होने की संभावना है।