लंदन। ब्रिटेन में भारतीय मूल की सबसे वरिष्ठ मंत्री प्रीति पटेल ने इजराइल में छुट्टियों के दौरान यहूदी देश के नेताओं के साथ अनौपचारिक गुप्त बैठकों को लेकर विवाद बढ़ने पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। प्रीति (45) ने इजराइल में छुट्टियों के दौरान उचित प्रक्रिया का पालन किए बगैर वहां के अधिकारियों से मुलाकात की थी जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री के तौर पर उनके पद पर अनिश्चितता के बादल मंडराने लगे थे। उन्होंने डाउनिंग स्ट्रीट में प्रधानमंत्री टेरीजा मे से मुलाकात करने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफे में प्रीति ने एक बार फिर माफी मांगी और उन्होंने कहा, ‘‘उनसे पारदर्शिता और खुलेपन के जिन मानकों की उम्मीद की जाती है, उनके कार्य उससे नीचे रहे।’’
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू समेत अन्य अधिकारियों से दर्जनों गुप्त बैठकों को लेकर एक सप्ताह तक चले विवाद को लेकर उन्हें माफी मांगनी पड़ी और बाद में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। मंत्रिमंडल से प्रीति के अलग होने को गुजरात मूल की इस सांसद की राजनीतिक प्रगति में बाधा के तौर पर देखा जा रहा है। उन्हें कंजर्वेटिव पार्टी की भविष्य की संभावित नेता और प्रधानमंत्री पद के उम्मीवार के तौर पर देखा जाता है। वह ब्रेग्जिट के कड़े समर्थकों में से एक रही हैं। इजराइल यात्रा पर विवाद बढ़ने के कारण उन्हें युगांडा और इथियोपिया के आधिकारिक दौरे के बीच से कल लौटना पड़ा। इससे पहले डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने अगस्त में विदेश कार्यालय को जानकारी दिये बगैर इजराइल में छुट्टियों के दौरान की गयी मुलाकातों के लिये प्रीति पटेल की तरफ से मांगी गयी माफी को स्वीकार कर लिया था। इजराइली अधिकारियों के साथ और बैठकों के नए खुलासे होने के बाद प्रीति की परेशानियां बढ़ गई थीं।