नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में रविवार को भी कमी नहीं आई। हवा की स्थिरता के कारण प्रदूषण का स्तर और अधिक बढ़ गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, पीएम 2.5 व पीएम 10 का स्तर समान्य से कई गुना अधिक दर्ज किया गया। शुक्रवार को पीएम 2.5 का स्तर 303 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर व शनिवार को 254 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था। रविवार को यह बढ़कर 417 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार प्रदूषण को लेकर उत्तर भारत के कई शहर भी दिल्ली-एनसीआर से पीछे नहीं हैं। आगरा, भिवाड़ी, फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम, मुरादाबाद, नोएडा और रोहतक में प्रदूषण की स्थिति ‘बेहद गंभीर’ है। प्रदूषण का यह स्तर पीएम-2.5 और नाइट्रोजन डाइआक्साइड, कार्बन मोनो आक्साइड जैसे तत्वों की उपस्थिति के आधार पर नापा गया है। इतना ही नहीं अलवर, अमृतसर, चंद्रपुर, जोधपुर, कानपुर, कोटा, लखनऊ, लुधियाना, मंडी गोविंदगढ़, मुजफ्फरपुर, पटना, वाराणसी में प्रदूषण का स्तर ‘बहुत खराब’ वाली श्रेणी का है।
15 को बारिश से घट सकता है प्रदूषण
दिल्ली-एनसीआर में सोमवार से दक्षिण पश्चिमी हवा चलने से प्रदूषण का स्तर आगे और भी बढ़ सकता है। स्काईमेट के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत का कहना है कि राजधानी में पश्चिमी विक्षोभ के कारण 15 नवंबर को हल्की बारिश हो सकती है। इसके बाद प्रदूषण कुछ दिनों के लिए घट सकता है।