देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को रूड़की में कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग रूड़की के 19वें स्थापना दिवस समारोह का दीप प्रज्जलित कर शुभारम्भ किया। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे ऐेसे प्रयोगों को महत्व दें जो प्रदेश की आर्थिक विषमताओं को दूर करने में सहायक हो। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि नैतिक मूल्यों के बिना शिक्षा घातक बन जाती है, इसलिए पुस्तकीय ज्ञान के साथ ही विद्यार्थियों में नैतिक मूल्य और कर्त्तव्य बोध का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि मैं विद्यार्थियों से यह अपेक्षा रखता हूं कि वे यह सोच विकसित करें कि हमें केवल अपने लिए ही नहीं बल्कि अपनों के लिए भी कुछ करना है। उन्होंने कहा कि हम प्रदेश के आईएएस एवं पीसीएस अधिकारियों को प्रदेश के विद्यालयों में बच्चों को प्रोत्साहित करने हेतु भेज रहें हैं ताकि विद्यार्थी उनसे प्रेरणा लेकर आईएएस व पीसीएस जैसी परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए प्रेरित हों। उन्होंने कहा कि हर मनुष्य में कोई न कोई गुण अवश्य होता है। विद्यार्थी अपने गुणों को पहचाने व आगे बढ़ें। मुख्यमंत्री ने कॉलेज में स्थापित लैब की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैं चाहता हूं कि प्रदेश के बड़े-बड़े शहरों में 4 से 5 ऐसी लैब होनी चाहिए जहां सभी विद्यालयों के विद्यार्थी प्रयोगात्मक कार्य कर सकें। उन्होंने कहा कि मोबाइल लैब उत्तराखण्ड के लिए उपयोगी सिद्ध होगी। उच्च शिक्षा मंत्री श्री धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा की गुणवत्ता, कॉलेजों में 180 दिन पढ़ाई होने, अच्छे शोध कार्यों एवं आईएएस व पीसीएस जैसी परीक्षाओं में प्रदेश को अग्रणी लाने में विशेष ध्यान दे रही है। इसी के दृष्टिगत 01 जनवरी 2018 के बाद विद्यार्थिंयों के लिए आईएएस व पीसीएस की कोचिंग चलाई जाएंगी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा कॉलेज प्रांगण में स्थापित 110 फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का ध्वजारोहण किया गया। उन्होंने कॉलेज के इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गये मॉडल्स की प्रदर्शनी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री द्वारा विद्यार्थियों द्वारा तैयार की गयी कार में बैठकर भ्रमण भी किया गया। मुख्यमंत्री ने कॉलेज में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों व 10 व 15 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण कर चुके शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया।