देहरादून। आर्य उप प्रतिनिधि सभा की ओर से अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानंद बलिदान स्मृति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शराब बंदी, नशामुक्ति आंदोलन पर बल दिया। शनिवार को पंडित दीन दयाल पार्क में आयोजित कार्यक्रम में बलिदान स्मृति दिवस को आर्ष कन्या गुरुकुल द्रोणस्थली किशनपुर एवं पंडित रणजीत शास्त्री के ब्रहमत्व में वैदिक मंत्रों से पांच कुंडीय यज्ञ प्रारंभ किया गया।
डीएवी पीजी कॉलेज के राजनीति विज्ञान के सेवानिवृत्त अध्यक्ष डॉ. नवदीप कुमार व डॉ. प्रदीप कुमार मिश्र ने शराब बंदी, नशामुक्त समाज, छुआ-छूत, भेदभाव निवारण, पर्यावरण सुरक्षा आदि अभियान को तेज करने के लिए आगे आने का आह्वान किया। पंडित रणजीत शास्त्री व पीयूष शास्त्री ने कहा कि आज समाज बुराइयों से ग्रसित हो गया है। हमें अपने जीवन को श्रेष्ठ बनाने के लिए बिछड़े एवं पिछड़े भाइयों को गले लगाने, आर्य शिक्षा पद्धति को प्रोत्साहन देने, शराब व मादक द्रव्यों का सेवन बंद कर समाज से बुराइयों को दूर करने के लिए स्वामी श्रद्धानंद के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।
प्रेम प्रकाश शर्मा ने कहा कि आर्य समाज ने स्वामी श्रद्धानंद के बलिदान दिवस को नशा मुक्ति आंदोलन के रूप में चुना है। हमारे महापुरुष हमें बुराइयों से लड़ने का मार्ग सिखा गए हैं। विश्वास जताया कि समाज के अंदर से ही कुछ ऐसे व्यक्ति आगे आएंगे, जो उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने के लिए मार्गदर्शन करेंगे। कार्यक्रम के पश्चात सभा ने रैली निकालते हुए पूर्ण नशाबंदी को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर सभा के प्रधान शत्रुघ्न कुमार मौर्य, डॉ. वेद प्रकाश गुप्ता, यशवीर आर्य, जितेंद्र सिंह तोमर, सुभाष चंद्र, रमेश भारती, राजकुमार भंडारी आदि मौजूद रहे।