रुड़की: एसआइटी की ओर से बार-बार नोटिस दिए जाने के बावजूद जिले के 39 शिक्षकों की ओर से अपने शैक्षिक प्रमाण पत्रों की छाया प्रति नहीं दी जा रही है। एसआइटी की ओर से शिक्षा विभाग को कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। इस पर विभाग की ओर से 39 शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है। तीन दिन में प्रमाण पत्र नहीं देने पर शिक्षकों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद से शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल, पिछले दिनों एसआइटी देहरादून ने जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी से वर्ष 2012 से 2015 के बीच नियुक्ति पाने वाले बेसिक शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की सत्यापित प्रतिलिपि मांगी थी। विभाग की ओर से भी संबंधित शिक्षकों को निर्देश जारी कर दिए गए थे। जिसमें उनके शैक्षिक प्रमाण-पत्र हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक, स्नातकोत्तर आदि, बीएड, बीपीएड, बीटीसी की डिग्री, जाति प्रमाण-पत्र, मूल निवास प्रमाण-पत्र और शैक्षिक अनुभव प्रमाण-पत्र मांग गए थे।
विभागीय अधिकारियों के निर्देश के बाद भी कई शिक्षकों ने अपने प्रमाण-पत्रों की छायाप्रति विभाग को उपलब्ध नहीं कराई। ऐसे 39 शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है। साथ ही अन्य की भी सूची तैयार की जा रही है। इन सभी को तीन दिन का समय दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक आकाश सारस्वत ने बताया कि जो भी शिक्षक तीन दिन में अपने प्रमाण पत्रों की प्रति उपलब्ध नहीं कराएंगे, उन्हें निलंबित किया जाएगा। साथ ही इस संबंध में एक रिपोर्ट एसआइटी को भी भेजी जाएगी कि संबंधित शिक्षक अपने प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं करा रहे हैं।
बढ़ सकती है शिक्षकों की संख्या
एसआइटी की ओर से जांच का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। एसपी एसआइटी श्वेता चौबे ने बताया कि शिक्षा विभाग को लगातार रिमाइंडर भी भेजे जा रहे हैं। जांच में कुछ और शिक्षकों को भी शामिल किया जा रहा है। एक दो दिन में अगली सूची जारी की जाएगी। बताते चले कि एसआइटी को सहयोग न करने पर जिले के पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक ब्रह्मपाल सिंह सैनी पर शासन कार्रवाई करते हुए उनका तबादला बागेश्वर कर चुका है।