देहरादून: प्रेमनगर में पति की मौत के बाद मृतक की दो पत्नियों के बीच दाह संस्कार को लेकर विवाद हो गया। शव के सामने ही अंतिम संस्कार मैं कराउंगी..मैं कराउंगी.. की बात पर दोनों पत्नियां आपस में भिड़ गई। यह देख मौके पर अंतिम संस्कार में मदद को पहुंचे लोग हैरत में पड़ गए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने स्थिति को संभाला।एसओ प्रेमनगर मुकेश त्यागी ने बताया कि आईएमए में चतुर्थ श्रेणी पद पर तैनात शंकर लाल (60) बीते कई दिनों से बीमार चल रहे थे। गुरुवार को उपचार के दौरान दून अस्पताल में उनकी मौत हो गई। अस्पताल से परिवार वाले शव को अंतिम संस्कार के लिए प्रेमनगर स्थित ¨वग नंबर एक में लाए। जहां मृतक अपनी दूसरी पत्नी किरण के साथ रहते थे। यहां पति की मौत की सूचना के बाद आईएमए परिसर में रहने वाली मृतक की पहली पत्नी लक्ष्मी भी अपने बेटे संग पहुंच गई। शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की तैयारी हुई तो लक्ष्मी और किरण अपनी-अपनी मर्जी के स्थान पर शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने की बात पर भिड़ गई। यह देख वहां मौजूद लोगों ने दोनों को संभाला और मौके पर प्रेमनगर पुलिस को बुलाया। पुलिस मौके पर पहुंची तो दोन पत्नी फिर अंतिम संस्कार के स्थान को लेकर विवाद पर उतारू हो गई। पुलिस और स्थानीय लोगों ने दोनों पत्नियों को समझाया। इसके बाद दोनों पत्नियों के झगड़े के स्थान के बजाए तीसरे स्थान पर शव को अंतिम संस्कार के लिए जे जाया गया। जहां पर दोनों पत्नियों की सहमति से मृतक शंकर लाल के शव का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस के मुताबिक मृतक की पहली पत्नी का बेटा है, जबकि दूसरी पत्नी की तीन बेटियां। मृतक की संपत्ति को अपने-अपने हक में लेने के लालच में दोनों अपनी मर्जी की जगह अंतिम संस्कार कराना चाहती थीं।