देहरादून : कोशिशें परवान चढ़ी तो राज्य के पर्वतीय क्षेत्र के कस्बों व शहरों में भी महिलाएं ई-रिक्शा चलाती नजर आएंगी। इस कड़ी में राज्य सरकार एकल महिलाओं को आर्थिक संबल देने के उद्देश्य से शुरू की गई ‘सखी ई-रिक्शा’ योजना को पहाड़ चढ़ाने की संभावनाएं तलाश रही है। अभी यह योजना केवल मैदानी जिलों के लिए ही लांच की गई है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य के मुताबिक पहाड़ की महिलाओं को भी योजना का लाभ मिले, इसके लिए सभी जिलों से प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर राज्य सरकार ने देहरादून और हल्द्वानी में एकल महिलाओं के लिए सखी ई-रिक्शा योजना लांच की थी। इसके तहत लाभार्थी महिला को ई-रिक्शा की खरीद पर 50 हजार रुपये का अनुदान देने की व्यवस्था है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की इस योजना को अब पर्वतीय क्षेत्र के कस्बों व नगरों में ले जाने की भी तैयारी है।
मंशा ये है कि मैदानी क्षेत्रों की भांति पर्वतीय क्षेत्र में भी इस योजना के जरिए एकल महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जाए। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य के मुताबिक पर्वतीय क्षेत्र के कस्बों व शहरों में सखी ई-रिक्शा योजना के लिए संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। लाभार्थियों की संख्या, फिजिबिलिटी, सुरक्षा समेत अन्य बिंदुओं पर अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है।
उन्होंने कहा कि पहाड़ के नगरों में ई-रिक्शा के संचालन से जहां एकल महिलाएं सशक्त होंगी, वहीं स्थानीय लोगों को आवागमन की सुविधा मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि योजना के क्रियान्वयन के मद्देनजर सभी जिलों से प्रस्ताव मांगे गए हैं। इसमें पर्वतीय जिलों पर खास फोकस रहेगा।